पश्चिम रेलवे ने अपने अन्य प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ते हुए ‘ए-1’ श्रेणी के 10 प्रमुख स्टेशनों की सूची में स्वच्छता के उच्च मानकों को अपनाकर अपने चार स्वच्छ स्टेशनों के साथ अपनी श्रेष्ठता साबित की है। इस सूची में सूरत प्रथम स्थान पर एवं राजकोट द्वितीय स्थान पर है तथा मुंबई सेंट्रल एवं वडोदरा स्टेशनों को क्रमशः पाँचवाँ एवं आठवाँ स्थान प्राप्त हुआ है। ‘ए’श्रेणी के स्टेशनों की सूची में भी पश्चिम रेलवे का गांधीधाम स्टेशन स्वच्छता के उच्च मानकों को अपनाने में द्वितीय स्थान पर रहा तथा जामनगर और अंकलेश्वर स्टेशन क्रमशः चौथे एवं आठवें स्थान पर रहे।
माननीय रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने उत्तर पूर्वी क्षेत्रीय विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, जनशिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह तथा रेल राज्य मंत्री श्री मनोज सिन्हा, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष श्री ए. के. मितल, सदस्य कार्मिक एवं सदस्य बिजली श्री प्रदीप कुमार तथा अन्य बोर्ड सदस्यों के साथ अन्य वरिष्ठ रेल अधिकारी की उपस्थिति में ‘प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर स्वच्छता मानकों के मूल्यांकन पर प्राथमिक रिपोर्ट’ने जारी किया।
भारतीय रेलवे के 16 विभिन्न क्षेत्रीय रेलवे के ‘ए’ श्रेणी के 75 स्टेशनों तथा ‘ए’ श्रेणी के 332 स्टेशनों पर यात्रियों के फीडबैक पर आधारित स्वच्छता का सर्वे किया गया था। प्रत्येक यात्री को स्वच्छता के 40 विभिन्न मानकों को ध्यान में रखते हुए स्टेशनों को रेटिंग प्रदान करने के लिए कहा गया था। इस सर्वे में स्टेशनों पर सर्वे करने वाले गैर रेलवे संस्था तथा स्टेशनों पर बनाये गये सर्विस इम्प्रूवमेंट ग्रुप (SIG) के रेलवे अधिकारियों के फीडबैक को अरितक्त तौर पर सम्मिलित किया गया था। रेल स्टेशनों पर स्वच्छता सर्वे का यह कार्य इंडियन रेलवे कैटरिडग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) को सौंपा गया था, जिसे उन्होंने मेसर्स TNS इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से किया।
इंडियन रेलवे कैटरिडग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) द्वारा इस सम्बंध में अंतिम रिपोर्ट जल्द ही सौंप दी जायेगी, जिसके विश्लेषण के बाद रेल मंत्रालय भारतीय रेलवे के प्रमुख स्टेशनों पर स्वच्छता मानकों को बेहतर बनाने के लिए आगे कदम बढ़ायेगा।