भुवनेश्वर। भुवनेश्वर उत्कल-अनुज हिन्दी वाचनालय में 14दिसंबर को सायंकाल 2023 वर्ष की विदाई एवं नूतन वर्ष 2024 के स्वागत में स्थानीय हिन्दी कवियों द्वारा स्वरचित कवितापाठ आयोजित हुआ जिसकी अध्यक्षता वाचनालय के मुख्य संरक्षक सुभाष चन्द्र भुरा ने की।
यह जानकारी देते हुए जगन्नाथ संस्कृति के ज्ञाता तथा आजीवन हिन्दी के माध्यम से उसके प्रचारक अशोक पाण्डेय ने बताया कि 2015 से लेकर 2023 तक की वाचनालय की गतिविधियों की यात्रा सुखद यात्रा सिद्ध हुई जिसमें समय-समय पर वाचनालय की ओर से हिन्दी राष्ट्रीय कवि सम्मेलनों का आयोजनअन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी हास्य कवि सुरेन्द्र शर्मा का वाचनालय में आगमन चिर स्मरणीय रहा। आज भुवनेश्वर में इस वाचनालय के द्वारा ओडिया साहित्य और ओड़िया साहित्यकारों को हिन्दी अनुवाद के माध्यम से सतत बढ़ावा दिया जा रहा है।वाचनालय में स्थानीय सभी हिन्दी समाचारपत्र तथा राष्ट्रीय स्तर की हिन्दी पत्रिकाएं आदि उपलब्ध हैं।
यह आयोजन देश के कलम के शक्तिबोध तथा सौंदर्यबोध को बढ़ावा देने के विचार से किया गया है। इस अवसर पर किशन खण्डेलवाल,रामकिशोर शर्मा,स्मिता कानुनगो,विक्रमादित्य सिंह,विनोद कुमार,सुधांशु बाला,मनीष पाण्डेय ,अमिता सिंह,डॉ निधि गर्ग,कुलदीप गुप्ता,अमिता सिंह और सोनाली त्रिपाठी आदि ने अपनी-अपनी कविताओं का वाचन किया। श्रोता के रुप में सीमा गुप्ता,सीमा अग्रवाल,कुलदीप गुप्ता,घनश्याम दास अग्रवाल,कमल चौधरी तथा प्रकाश बेताला आदि उपस्थित थे। आभार प्रदर्शन किया किशन खण्डेलवाल ने।
बेताला ने यह भी जानकारी दी कि भुवनेश्वर में पहली बार 20 दिसंबर को सर्वभाषा साहित्यकार समारोह का आयोजन हो रहा है जिसके मुख्यअतिथि होंगे डॉ मोहन भागवत,सरसंचालक,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ।