मुंबई शहर में डेंगू का प्रकोप बढ़ने से जनमानस में जनजागरण करने के लिए हर माह रु 8.28/- लाख खर्च करने की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को मनपा के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने दी हैं। गत 3 वर्ष में मनपा ने रु 2.98/- करोड़ खर्च किए हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मनपा के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग से डेंगू पर रोकथाम और जनजागरण करने के लिए मनपा ने किए खर्च की जानकारी मांगी थी। मनपा के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के सूचना शिक्षा और संपर्क कक्ष के जन सूचना अधिकारी और सहायक स्वास्थ्य अधिकारी डॉ नीलम कदम ने अनिल गलगली को वर्ष 2013 से वर्ष 2015 इस 3 वर्ष में 2 करोड़ 98 लाख 21 हजार 995 रुपए और 92 पैसे जनजागरण पर खर्च होने के आंकड़े दिए हैं। इसमें वर्ष 2013 में 22 लाख 62 हजार 857 रुपए खर्च हुआ। वर्ष 2014 में 1 करोड़ 51 लाख 65 हजार 79 रुपए और 78 पैसे वहीं वर्ष 2015 में 1 करोड़ 23 लाख 94 हजार 59 रुपए और 14 पैसे खर्च हुए हैं। मनपा ने हर माह 8.28 लाख रुपए डेंगू के प्रचार पर खर्च किए। वर्ष 2013 में 11, वर्ष 2014 में 12 और वर्ष 2015 में 8 लोग डेंगू से मरे।
अनिल गलगली के अनुसार मनपा ने इतनी बड़े धनराशि खर्च करने के बाद भी जनजागरण मुहिम असरदार साबित नहीं हो रही हैं। इसवर्ष में भी डेंगू का प्रतिशत बढ़ा हैं। मनपा आयुक्त अजोय मेहता को भेजे हुए पत्र में अनिल गलगली ने मांग की हैं कि इसके बजाय मनपा को सोशल मीडिया इस्तेमाल करना चाहिए और हर अस्पताल में भर्ती होनेवाले मरीजों का मोबाईल नंबर की जानकारी इकठ्ठा की तो ऐसे मौके पर एसएमएस से घर घर तक जनजागरण हो सकता हैं।