मुंबई। गुजरात के माननीय मुख्यमंत्री श्री विजयभाई रूपाणी ने लॉकडाउन के कारण गुजरात में अटके 14.56 लाख से अधिक प्रवासी मजदूरों और उनके परिवारों को उनके गृह राज्यों तक पहुॅंचाने हेतु पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल के कुशल नेतृत्व में श्रमिक विशेष ट्रेनों की सुचारू व्यवस्था, बेहतर समन्वय और सफल परिचालन के लिए पश्चिम रेलवे की उत्कृष्ट पहल की खुले दिल से सराहना की है तथा टीम वेस्टर्न रेलवे का हार्दिक अभिनन्दन किया है। माननीय मुख्यमंत्री द्वारा इस उपलक्ष्य में पश्चिम रेलवे की ओर से चार मंडल रेल प्रबंधकों को बुधवार, 3 जून, 2020 को गांधीनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रशंसा पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल ने इस पूर्ण मिशन के सफल क्रियान्वयन के लिए पश्चिम रेलवे की समूची टीम को हार्दिक बधाई दी है और सभी सम्बंधित विभागों के प्रधान विभागाध्यक्षों, पश्चिम रेलवे के सभी 6 मंडल रेल प्रबंधकों तथा उनकी टीमों के सक्रिय योगदान की मुक्त कंठ से सराहना की है।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री रविन्द्र भाकर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार विभिन्न राज्यों से मजदूर सूरत, अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट, भावनगर और गुजरात के अन्य शहरों में रोजगार के अवसरों के लिए बड़ी संख्या में पहुॅंचते रहे हैं और वहाॅं अपनी आजीविका कमाते रहे हैं। लेकिन, कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए भारत सरकार द्वारा घोषित राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन अवधि के निरंतर विस्तार के फलस्वरूप इन प्रवासी मजदूरों के लिए अपने परिवार का पालन- पोषण बहुत मुश्किल हो रहा था। इसलिए, जब रेल मंत्रालय ने 1 मई, 2020 से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को चलाना शुरू किया, तबसे लगातार इन मजदूरों को गुजरात के विभिन्न क्षेत्रों से 999 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाकर उनके गृहनगर पहुँचाया गया। इनमें से 558 ट्रेनों को उत्तर प्रदेश, 223 को बिहार, 91 को ओडिशा और शेष ट्रेनों को अन्य राज्यों को भेजा गया।कुल मिलाकर, लगभग 14.56 लाख मजदूरों को सामाजिक दूरी के सभी मानदंडों को बनाए रखते हुए और आवश्यक सुविधाएं प्रदान करते हुए एक महीने के भीतर उनके गृहनगर पहुॅंचाया गया। पश्चिम रेलवे के इस उत्कृष्ट कार्य की सफलता के उपलक्ष्य में श्री रूपाणी द्वारा पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल के नेतृत्व में कार्यरत पूरी टीम वेस्टर्न रेलवे की ओर से अहमदाबाद मंडल के मंडल रेल प्रबंधक श्री दीपक कुमार झा, राजकोट के मंडल रेल प्रबंधक श्री परमेश्वर फुंकवाल, भावनगर के मंडल रेल प्रबंधक श्री प्रतीक गोस्वामी और वड़ोदरा के मंडल रेल प्रबंधक श्री देवेंद्र कुमार को 3 जून, 2020 को राज्य की राजधानी गांधीनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मानित किया गया। इस अवसर पर गुजरात सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव (श्रम और रोजगार) एवं अन्य राज्यों के मजदूरों के साथ विशेष श्रमिक गाड़ियों के समन्वयक श्री विपुल मित्रा तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
श्री भाकर ने बताया कि भारतीय रेलवे के श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने के फैसले से लाखों प्रवासी कामगार और उनके परिवार बड़े पैमाने पर लाभान्वित हुए हैं। इस निर्णय के समुचित क्रियान्यवयन के लिए पश्चिम रेलवे द्वारा कुल 1215 श्रमिक विशेष गाड़ियों को 2.5.2020 से 2.6.2020 तक परिचालित किया गया, जिनके ज़रिये 18.25 लाख यात्रियों को उनके इच्छित गंतव्यों तक पहुॅंचाया गया। इन 1215 विशेष ट्रेनों में से, मुंबई डिवीजन ने सबसे अधिक 706 ट्रेनें, अहमदाबाद डिवीज़न ने 256, वडोदरा डिवीज़न ने 99, भावनगर डिवीज़न ने 30, राजकोट डिवीज़न ने 117 और रतलाम डिवीज़न ने 6 श्रमिक विशेष ट्रेनों का परिचालन किया। उन्होंने बताया कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के इस महत्वपूर्ण मिशन की सफलता में पश्चिम रेलवे के ऊर्जावान महाप्रबंधक श्री कंसल के अनुभवी मार्गदर्शन में सभी सम्बंधित विभागों द्वारा सुनिश्चित की गई शानदार योजना, सभी सम्बंधित टीमों की कड़ी मेहनत और बहुत ही कम समय में युद्ध स्तर पर हुए सटीक क्रियान्वयन ने अहम भूमिका निभाई है। ये विशेष रेलगाड़ियाँ उचित सामाजिक दूरी के मानदंडों को बनाए रखते हुए संचालित की गईं। साथ ही यात्रियों की समुचित थर्मल स्क्रीनिंग भी, ट्रेन में चढ़ने से पहले सुनिश्चित की गई। यात्रा के दौरान सभी यात्रियों को मुफ्त भोजन और पेयजल भी उपलब्ध कराया गया।