भुवनेश्वरः ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में ओडिया नव वर्ष वैशाखी के उपलक्ष्य में पांच दिवसीय चिंता-व-चेतना नीलचक्र राष्ट्रीय सम्मान समारोह हाल ही में आयोजित हुआ।समापन समारोह के मुख्यअतिथि ओडिशा प्रदेश के मान्यवर राज्यपाल प्रोफेसर गणेशीलाल तथा सम्मानित अतिथि के रुप में कीट-कीस के प्राणप्रतिष्ठाता तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रोफेसर अच्युत सामंत के योगदान सं संपन्न हुआ।
ओडिशी संस्कृति,कला,साहित्य तथा समाजसेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवाएं प्रदान करनीवाली विभूतियों को राज्नीयपाल ने नीलचक्र राष्ट्रीय सम्मान,वैशाखी राष्ट्रीय सम्मान तथा राज्यस्तरीय वैशाखी सम्मान से सम्मानितकर उन्हें प्रोत्साहित किया।अपने संबोधन में राज्यपाल ने ओडिशा संस्कृति की उन्मुक्त रुप से प्रशंसा की तथा उसको बचाये रखने में चिंता-व-चेतना के महासतिव श्री सुरेन्द्र दास के योगदानों की सराबना की। गौरतलब है कि 2022 चिंता-व-चेतना नीलचक्र राष्ट्रीय सम्मान श्री तथागत सतपथी,पूर्व बीजू जनतादल सांसद तथा ओडिया धरित्री के सम्पादक को प्रदान किया गया। उद्योगजगत के क्षेत्र में श्री सुरेन्द्र झुनझुनवाला आदि को सम्मानित किया गया। समारोह के सम्मानित अतिथि प्रोफेसर अच्युत सामंंत ने बताया कि कोरोना काल में भी श्री सुरेन्द्र दास ने चिंता-व-चेतना की ओर से ओडिया नव वर्ष वैशाखी मनाना न भूले ।
पांच दिनों तक आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम उम्दा रहा। श्री सुरेन्द्र दास ने आयोजन से जुडे सभी के प्रति आभार जताया।