पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक बार फिर बीते गुरुवार को 1 नाबालिग हिंदू लड़की को अगवा करने का मामला सामने आया है। सिंध प्रांत के नयन कोट इलाके के शाह लतीफ कॉलोनी में बीते गुरुवार को कुछ मुस्लिम युवकों ने पहले एक हिंदू परिवार पर हमला किया। जिसके बाद उन्होंने बंदूक के बल पर एक नाबालिग लड़की को अगवा कर लिया। नाबालिग लड़की की पहचान प्रियंका कुमारी के तौर पर हुई है। प्रियंका कुमारी के परिवार ने बताया कि उनकी बेटी को कलीम अल्लाह और उसके साथियों ने बंदूक के बल पर अगवा किया है। बता दें कि बीते 1 हफ्ते के अंदर हिंदू लड़कियों को अगवा करने का ये सातवां मामला हैं। इससे पहले बीते मंगलवार को भी मीरपुरखास निवासी ऐशा को अगवा करके उसको जबरन इस्लाम कबूल कराने का मामला सामने आया था। पाकिस्तान में हिंदूओं समेत सभी अल्पसंख्यकों पर अत्याचार जारी है। लेकिन इमरान सरकार के अधिकारी इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
बीते सोमवार को भी सिंध में 24 घंटे के अंदर 3 हिंदू लड़कियों को अगवा करने और धर्म परिवर्तन कराकर शादी कराने का मामला सामने आया था। जिसमें 2 मामले टंडो मोहम्मद खान जिले के थे, जहां पर मुस्लिम युवकों ने शेवानी और 15 वर्षीय सनतारा 2 लड़कियों को हथियार के बल पर अगवा किया था। जिसके बाद मौलवियों ने जबरन धर्म परिवर्तन कराकर उनकी शादी मुस्लिम युवकों से करा दी थी। वहीं तीसरा मामला मीरपुरखास का था। जहां पर भी एक हिंदू लड़की भगवंती को मौलवियों ने जबरन इस्लाम कबूल कराकर उसकी शादी एक मुस्लिम युवक से करा दी थी।
भगवंती के पिता ने बताया था कि आरोपियों ने धमकी दी है अगर वह अपनी बेटी को वापस लेकर जायेंगे, तो वह उसकी हत्या कर देंगे। क्योंकि इस्लाम कबूल करने के बाद इस्लाम छोड़ने की सजा मौत होती है। पाकिस्तान में हिंदूओं समेत सभी अल्पसंख्यकों पर अत्यातार लगातार जारी है। पाकिस्तान में आये दिन हिंदूओं लड़कियों को अगवा करके उन्हें जबरन इस्लाम कबूल कराया जा रहा है। लेकिन पाकिस्तान सरकार अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही हैं। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमेशा दावा करते है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय सुरक्षित है। लेकिन स्थिति इसके बिल्कुल उलट है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव ,हिंसा, हत्या, अपहरण, रेप, जबरन धर्म परिवर्तन जैसी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं।