चीन के वुहान से निकला जानलेवा कोरोना वायरस यानी कोविड-19 के नए सब वैरिएंट ने सर्दियों के मौसम में भारत में फिर से दस्तक दे दी है। कई महीनों बाद देश में कोई सब-वैरिएंट देखने को मिला है। यानी देश में कोरोना वायरस एक बार फिर से एक्टिव हो गया है। कोविड- 19 तीन साल फिर से चिंता का कारण बन रहा है। अब कोरोना का नया वैरिएंट जेएन- 1 सामने आया है। करोड़ों लोगों की जान ले चुका चीन की सरहद में पनपा अब तक का सबसे घातक और जानलेवा कोरोना (Corona Virus) वायरस हर किसी को याद ही होगा। अभी लोग कोरोना के डर से उभरे ही नहीं कि भारत में कोरोना का एक और नया सब वैरिएंट सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस सब वैरिएंट ने 79 साल की बुजुर्ग महिला को अपनी चपेट में ले लिया था, जो इलाज के बाद ठीक बंटाई जा रही है। वहीं केरल के कन्नूर में कोरोना के कारण 80 साल के बुजुर्ग की मौत की खबर सामने आई है।
केरल के कन्नूर में वृद्ध की कोरोना से मौत का मामला सामने आया है। कोरोना से संक्रमित व्यक्ति की पहचान अब्दुल्ला कन्नूर जिले के पनूर नगर पालिका के वार्ड-1 निवासी के रूप में हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक मृतक अब्दुल्ला को खांसी और सांस लेने में दिक्कत हो रहीथी। वहीं 79 साल की बुजुर्ग महिला में नए सब वैरिएंट की खबर मिलते ही पड़ोसी राज्य अलर्ट मोड पर आ गए हैं। आधिकारिक सूत्रों की जानकारी के मुताबिक महिला की 8 नवंबर को आरटी-पीसीआर की जांच की गई थी। महिला में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों (आईएलआई) के हल्के लक्षण के साथ-साथ कोविड-19 भी था। बता दें कि कोविड-19 के सब वैरिएंट का केरल में ये पहला मामला दर्ज किया गया है। भारत में कोरोना के फिर से दस्तक देने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने महिला की मौत की जानकारी दी है।
इस बीच सांस संबंधी बीमारियों के बढ़ने और कोरोना के नए सबवैरिएंट जेएन-1 को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सदस्य देशों को आगाह किया है। डब्लूएचओ ने कहा है कि वायरस अपना स्वरूप बदल रहे हैं। ऐसे में सभी सदस्य देश अपने यहां मजबूत सर्विलांस रखें ताकि बीमारियों के प्रसार को रोका जा सके। डब्लूएचओ ने कोविड-19 पर संगठन की टेक्निकल लीड मारिया वान केरखोव का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर साझा किया है। इस वीडियो में केरखोव ने सांस संबंधी बीमारियों के फैलने की वजह बताई है और इन्हें रोकने के लिए क्या सावधानी रखने की जरूरत है, उसकी भी जानकारी दी है।
मारिया वान केरखोव ने भी सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि सांस संबंधी बीमारियां दुनिया में लगातार बढ़ रही हैं। इनमें कोरोना वायरल, फ्लू, रिनो वायरस, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और अन्य बीमारियां शामिल हैं। सार्स कोव-2 लगातार अपने आप को बदल रहा है। कोरोना का सबवैरिएंट जेएन-1 भी फैल रहा है। केरखोव ने कहा कि सांस संबंधी बीमारियों के फैलने की कई वजह है, इनमें एक मौजूदा छुट्टियों का सीजन भी है, जिसमें परिवार इकट्ठा होते हैं और बड़ी संख्या में लोग यात्राएं करते हैं। ऐसे में सरकारों को कड़ी निगरानी करने की जरूरत है।
केरखोव ने कहा कि लोग सर्दियों के मौसम में ज्यादा वक्त घर के अंदर गुजारते हैं। ऐसे में अगर घर में वेंटिलेशन का अभाव है तो ऐसे में बीमारी फैलने का खतरा बढ़ जाता है। बता दें कि पश्चिमी देशों में इन दिनों क्रिसमस की छुट्टियां होने वाली हैं। यही वजह है कि कोरोना या अन्य सांस संबंधी बीमारियों के फैलने की आशंका जताई जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस फैल रहा है और फिलहाल कोरोना के 68 फीसदी मामले सबवैरिएंट जेएन।1 की वजह से हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सदस्य देशों से अपील की है कि वह मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी नियमों को लागू करें और कड़ी निगरानी करें।