चर्चा का विषय था अभी उज्जैन सिंहस्थ को कुछ समय बीता है , नीलगिरि महाराज जोकि एक हिरण(संतोष गिरी) को लेकर आये थे , कहते है हिरण बचपन से इनके साथ है , सिंहस्थ में दूसरी दीक्षा नागा संत की जब हुई उक्त समय घनघोर बारिश तूफ़ान आये थे इस बात से सभी अवगत है दैनिक भास्कर के प्रथम पेज पर हिरण और साधू दीक्षा समारोह में देखे गए । हिरण साधू के साथ में ही रहता है खाता पीता है एवं स्वतंत्र रहता है।
सिंहस्थ के समापन के बाद नीलगिरि महाराज जब पुनः हिरण को लेकर अपने आश्रम जा रहे थे तभी वनविभाग की टीम ने उनका हिरण जप्त कर इंदौर प्राणी संग्रालय में भेज दिया , जो बहुत गलत है। संत का प्रेम था हिरण, आज वो संत उस हिरण के लिए अनशन कर रहे है , उन्हें क्या पता था की हिरण को जप्त कर लिया जायेगा ऐसा होता तो वो हिरण के साथ सिंहस्थ में नहीं आते । और ये दुर्लभ क्षण हम देख नहीं सकते ।
ये देश का दुर्भाग्य हैं कि हिरण का शिकार करने वाला सलमान खान आजाद घूम रहा हैं जबकि उसे पुत्रवत साथ में रखने वाला संत पीड़ा भोग रहा हैं।