माननीय प्रधानमंत्री के ‘डिजिटल इंडिया’ अभियान से प्रेरित होकर पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन द्वारा महिलाओं को ‘डिजिटलाइजेशन’ के क्षेत्र में सशक्त बनाने हेतु एक अनोखी पहल की गई है। पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन द्वारा डिजिटल प्लेटफाॅर्मों पर निरंतर संवाद स्थापित किया जाता रहा है और इस नई पहल को आगे बढ़ाने के लिए पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा श्रीमती तनुजा कंसल द्वारा एक विशेष “मिशन महिला डिजिटलाइजेशन 2020-2021” शुरू करने की घोषणा की गई है। पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन द्वारा “मिशन महिला डिजिटलाइजेशन” के अंतर्गत वेस्टर्न रेलवे एम्पलाॅइज़ यूनियन (डब्ल्यू आर ई यू) की महिला शाखा के साथ आयोजित यह पहला और अपने आप में एक अनूठा वेबिनार था। इस मिशन का उद्देश्य पश्चिम रेलवे की महिला कर्मियों को उनके प्रमुख मुद्दों के सम्बंध में संवाद और चर्चा करने तथा उनकी समस्याओं को आगे बढ़ाने के लिए एक डिजिटल प्लेटफाॅर्म प्रदान करना है। वेस्टर्न रेलवे एम्पलॉइज़ यूनियन की 100 से अधिक महिलाओं एवं पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन की मंडल स्तरीय टीमों ने इस वेबिनार में हिस्सा लिया।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस अवसर पर पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा श्रीमती तनुजा कंसल ने कहा कि हम सब डिजिटलीकरण की दुनिया में रह रहे हैं। यह हमारे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सर्वत्र विद्यमान है। हमें समय के साथ आगे बढ़ते रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पूर्व में चर्चाऍं सरकारी प्लेटफार्म पर कमरों के अंदर की जाती थीं, मगर आज डिजिटलीकरण के दौर ने समूचा परिदृश्य बदल कर रख दिया है। यहाॅं तक कि दूरवर्ती स्थानों एवं अधिक से अधिक श्रोताओं तक पहुॅंचना सम्भव कर दिया है। इस सुविधा के कारण विभिन्न फील्ड यूनिटों में कार्यरत बहुत-सी महिलाओं को चर्चा में भाग लेने एवं कार्यस्थल से जुड़ी समस्याओं एवं अपनी शिकायतों के बारे में चर्चा करने के लिए उचित ज़रिया भी मिल सका है। उन्होंने महामारी और इसके कारण घोषित लॉकडाउन के दौरान WRWWO की भूमिका के बारे में वेबिनार के सदस्यों को अवगत कराया और अस्पताल तथा आरपीएफ एवं ट्रैक मेंटेनर जैसे फ्रंट लाइन फील्ड स्टाफ को संगठन द्वारा प्रदान की गई आवश्यक वस्तुओं के बारे में भी जानकारी दी।
श्रीमती तनुजा कंसल ने कहा कि हमें धैर्य, निरंतरता और दृढ़ता के मूल सिद्धांतों को सामने रखना होगा। इन तीन आदर्श वाक्यों का पालन करते हुए पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन ने अपनी कल्याणकारी गतिविधियों में कार्य करने के तरीके को पुनः परिभाषित किया है और वर्चुअल बैठकों और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नये तरीके अपनाये हैं। वर्तमान स्थिति ने हम सभी को डिजिटल दुनिया में इस हद तक प्रवेश करा दिया है, कि जो पहले कभी नहीं देखा गया था। इस नई प्रवीणता के परिणाम स्वरूप, पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन ने जून में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर इस प्रकार का पहला वर्चुअल इवेंट आयोजित किया।
इस सामूहिक वर्चुअल सम्पर्क कार्यक्रम में अलगाव की मजबूरियाॅं टूट गईं और आपस में सभी की दूरियाॅं कम हो गईं। वेबिनार के दौरान पावर प्वाइंट प्रस्तुति में कोविड 19 से लड़ने के लिए आवश्यक निवारक उपायों से अवगत कराया गया। कार्यक्रम के दौरान पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन की मंडल अध्यक्षाओं श्रीमती शीला सत्यकुमार (मुंबई सेंट्रल), श्रीमती निरुपमा कुमार (वड़ोदरा), श्रीमती प्रीति झा (अहमदाबाद), श्रीमती मंजूषा गुप्ता (रतलाम), श्रीमती कांता फुंकवाल (राजकोट) और श्रीमती प्रेरणा गोस्वामी ( भावनगर) ने लॉकडाउन के दौरान कोरोना योद्धाओं के लिए उनके द्वारा किये गये महत्वपूर्ण कार्यों का उल्लेख किया। इस वेबिनार में एआईआरएफ कार्यसमिति सदस्या श्रीमती गीता पंडोरिया, वे रे ए यू की महिला विंग की उपाध्यक्षा श्रीमती सीमा कौशिक, महिला विंग की सहायक महासचिव श्रीमती पेरिन सोफिया हर्ष, ज़ोनल चेयर परसन श्रीमती शबाना शेख और ज़ोनल कन्विनर् श्रीमती चित्रा भुजबल के अलावा यूनियन की महिला प्रतिभागी भी शामिल हुईं। अपने भाषण का समापन करते हुए श्रीमती तनुजा कंसल ने कहा कि ‘मिशन महिला डिजिटलाइजेशन’ डिजिटल साक्षरता और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में निश्चित रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे आगे आयें और इस अनूठे अभियान का हिस्सा बनें।