हमारे देश के प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी पसंद करते हैं ,विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता बन गए हैं ;दूसरे शब्दों में कहें तो वैश्विक स्तर पर नरेंद्र मोदी जी ज्यादा लोगों के पसंदीदा व्यक्तित्व हो चुके हैं। लोकप्रियता बहुत अवयवों पर निर्भर करती है; नेतृत्व की क्षमता, निर्णय लेने में सक्षम, त्वरित कार्य उपादेयता, व्यक्तियों (अंतर्राष्ट्रीय विधि में राज्य एवं व्यक्ति का प्रयोग प्रासंगिक होता है)।भारत एक संप्रभु राज्य देश है ,और भारत की आंतरिक नीतियां व वाह्य नीतियां स्वतंत्र (दबाव मुक्त /भयमुक्त) हैं ।
आंतरिक दृष्टिकोण से मोदी जी 130 करोड़ भारतीयों के सुरक्षा, संरक्षा एवं औषधि प्रदान कर रहे हैं। आज प्रत्येक भारतीय सुरक्षित महसूस कर रहा है। विभिन्न प्रतिवेदन के आंकड़ों के आधार पर कह सकते हैं कि आंतरिक क्षेत्र में शांति, कानून एवं व्यवस्था मजबूत हुई है। मैं व्यक्तिगत स्तर पर मोदी जी को धन्यवाद के साथ पसंद भी करता हूं कि बैंकिंग और पोस्टल सेवा में कतार लगने वाले परेशानी से दूर कर दिए हैं ।दंगे ,राजनीतिक विवाद, हत्याएं इत्यादि गैर – राज्य कारकों(Non state actors) में कमी आई है। इन सब की प्राप्ति 2014 के बाद सिद्धांत और व्यवहार में दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री मंत्री परिषद का मुखिया होता है अर्थात मंत्रियों के कार्य व्यवहार, पर्दे के पीछे के कार्यों का लेखा-जोखा भी देखना शासक का कार्य होता है ।
आचार्य चाणक्य का कहना था कि शासक को शासकीय कार्य में चौकन्ना होना चाहिए ;इसी को आधुनिक राजनीतिक सिद्धांतों का जनक मैकियावेली कहता था कि राजा को शेर के समान ताकतवर एवं लोमड़ी के समान होशियार/ चालाक होना चाहिए। लाल बत्ती संस्कृति को समाप्त करके मोदी जी ने जनता को लोकतांत्रिक उपहार/ लोकतांत्रिक धन्यवाद दिया है; क्योंकि जितना छोटा नेता होता है उसके लाल बत्ती की आवाज बहुत दूर से बजने लगती थी ;जिससे मेरे जैसा एकाग्र एवं भौकाल विहीन व्यक्ति जिसके जीवन का आदर्श “3P” एवम “3R”है,परेशान हो जाता था। वाह्य स्तर पर भी देखें तो मोदी जी के दूरदर्शिता, कूटनीति एवं राजनय का देन है कि सीमापार आतंकवाद (LoC),नियंत्रण रेखा/ मैक मोहन रेखा(LaC) रेडक्लिफ रेखा का सम्मान बढ़ा है। सैनिकों के उर्जा, मनोबल एवं त्वरित निर्णय लेने में गुणात्मक बदलाव आया है।वैश्विक स्तर पर भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक(Surgical strike) और एयर स्ट्राइक(Air strike) के द्वारा अपने सामरिक मजबूती/सबलता का परिचय दिया है।
पहले समाचार पत्रों में आदरणीय प्रधानमंत्री, आदरणीय विदेश मंत्री एवं आदरणीय रक्षा मंत्री द्वितीयक दर्जे का नेता समझे जाते थे; लेकिन 2019 के बाद वैश्विक स्तर पर आदरणीय प्रधानमंत्री, आदरणीय विदेश मंत्री एवं आदरणीय रक्षा मंत्री अन्य देशों के समकक्ष दिखाई दे रहे है। भारत जी-20 देशों के द्वारा सांस्कृतिक विरासत की थाती, प्रेम और शांति, लोकतांत्रिक मूल्य एवं लोकतांत्रिक सरीखे मानवीय मूल्यों को वैश्विक प्रतिष्ठा दिलाने वाला सिद्ध हो रहा है । कोरोना महामारी के पश्चात भारत की भूमिका महत्वपूर्ण हो चुकी है ;क्योंकि बृहद जनसंख्या भारित होने के बाद भी कोरोनावायरस से होने वाली जन व धन को बहुत मात्रा में नियंत्रण किया है।
वैश्विक स्तर पर भारत के कद में बहुत बदलाव आया है, वैश्विक नवाचार सूचकांक 2022 में 40 वां स्थान है, मानव विकास सूचकांक में 119 देशों के सापेक्ष 132 वां है, वैश्विक जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक में अग्रणी एवं जी-20 में 10 वां है, वैश्विक शांति सूचकांक 2022 में 135 में स्थान पर है, विश्व प्रतिस्पर्धा सूचकांक 2022 में 37 वां, हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2022 में 87 वां स्थान है, एवं भारत के लोग 60 देशों में बिना वीजा(ViZA) के यात्रा कर सकते हैं, वैश्विक भ्रष्टाचार सूचकांक 2022 में 180 देशों में 85वां स्थान है, वैश्विक खुशहाली में 136 वां स्थान, विश्व प्रेस सूचकांक में 150 ,वैश्विक सतत विकास प्रतिवेदन में 121वें , लोकतंत्र सूचकांक में 93 और वैश्विक आतंकवाद सूचकांक 2022 के अनुसार 12वें स्थान पर है। तुलनात्मक रूप से पहले से ही स्थिति में गुणात्मक सुधार और संतोषजनक है।
(लेखक राजनीतिक विश्लेषक है़ं)