Thursday, December 26, 2024
spot_img
Homeदुनिया भर कीएस्सेल समूह क्रूज़ के कारोबार में आएगा, देश के सबसे बड़े और...

एस्सेल समूह क्रूज़ के कारोबार में आएगा, देश के सबसे बड़े और भव्य क्रूज़ जलेस की घोषणा

मुंबई में आयोजित ग्लोबल क्रूज़ कांक्लेव में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित ज़ी नेटवर्क व एस्सेल समूह के अध्यक्ष एवँ सांसद श्री सुभाष चन्द्रा मुख्य अतिथि ने कहा कि क्रूज़ पर्यटन से देश में दस लाख नए रोज़गार पैदा होंगे। इंडिया क्रूज़ लाईन एसोसिएशन (INCLA) द्वारा आयोजित इस कान्क्लेव में श्री नीतिन गड़करी के साथ ही क्रूज़ के कारोबार से जुड़े दुनिया भर के कारोबारी उपस्थित थे।

श्री सुभाष चन्द्रा ने अपने संबोधन में कहा कि ये एक ऐसा उद्योग है जो दस लाख लोगों को रोज़गार दे सकता है। इस अवसर पर सुभाष जी ने एस्सेल समूह की ओर से सबसे बड़े और भव्य क्रूज़ ‘जलेश’ के माध्यम से इस कारोबार में आने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि हमारा समूह मनोरंजन जगत से तो जुड़ा ही है, अब यह क्रूज़ मनोरंजन के क्षेत्र में भी कदम रखने जा रहा है। इससे इस उद्योग के साथ ही क्रूज़ पर्यटन का भी विस्तार होगा और इसके साथ ही प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोज़गार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। क्रूज़ पर्यटन को विस्तार देने के प्रति एस्सेल समूह की प्रतिबध्दता के प्रति आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा कि मैं जानता हूँ कि इस क्षेत्र में कई चुनौतियाँ हैं, लेकिन हम इन चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हैं।

उन्होंने कहा कि बहुत जल्दी ही एस्सेल समूह एक विदेशी कंपनी की भागीदारी में इस क्षेत्र में कदम रखेगा और देश का सबसे बड़ा और भव्य जलेश नाम का एक क्रूज़ लेकर आएगा।

इंडियन क्रूज़ लाईन्स ऐसोसिएशन (INCLA) ने इस अवसर पर क्रूज़ उद्योग पर एक श्वेत पत्र केंद्रीय मंत्री श्री नीतिन गड़करी को सौंपा। इस श्वेत पत्र में क्रूज़ उद्योग के क्षेत्र में कर और विभिन्न नियामक कानूनों में आवश्यक सुधारों के सुझाव दिए गए हैं , जो भारत में क्रूज व्यवसाय के लिए विश्व स्तर के निवेशकों, क्रूज़ लाइनर और अन्य हितधारकों को क्रूज कारोबार शुरु करने के लिए आकर्षित कर सके।

इस कान्क्लेव का आयोजन इंडिया क्रूज़ लाईन्स एसोसिएशन द्वारा किया गया था, इसका उद्देश्य थाभारत को वैश्विक क्रूज़ हब के रूप में विकसित करना। इसमें क्रूज़ पर्यटन के क्षेत्र में कार्य कर रही वैश्विक कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार