मुंबई। पारसी नव वर्ष की पूर्व संध्या पर थाणे के रहने वाले 57 वर्षीय पारसी व्यक्ित के परिजनों ने पांच लोगों को नई जिंदगी दी। डॉक्टरों ने फारुख गुआर्ड को ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। इसके बाद फारुख के परिजनों ने उसके अंग दान करने का फैसला किया।
ब्रेन हैमरेज होने पर फारुख को 13 अगस्त को थाणे के क्रिटिकेयर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां से अगली सुबह उन्हें सैफी हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया था। उन्हें रविवार सुबह ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। उनकी पत्नी शाजनीन ने उनके लिवर, किडनी और कॉर्निया को दान कर दिया।
सैफी अस्पताल की ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर डॉक्टर सबीना खान ने बताया कि शाजनीन उनके हृदय और फेफड़ों को भी दान करना चाहती थीं, लेकिन कोई मैचिंग रेसिप्टेंट नहीं मिलने के कारण ऐसा नहीं हो सका। शाजनीन ने बताया कि पति के अंगदान की इच्छा को पूरा करके उन्हें खुशी मिली। उन्होंने बताया कि वह कठिन समय था, लेकिन अब वह पांच लोगों में जिंदा हैं।
साभार- मिड डे से