गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने गुरुवार को आरोप लगाया कि एक नाइजीरियाई राजनयिक ने यहां हुई एक नाइजीरियाई नागरिक की हत्या के सिलसिले में पुलिस अधीक्षक को आक्रामक एसएमएस भेजे थे। पर्रिकर ने वास्को नगर में पत्रकारों से बातचीत में राजनयिक का नाम लिए बगैर कहा कि उन्हें (राजनयिक को) गलत सूचना दी गई और वह हमारे पुलिस अधीक्षक को आक्रामक एसएमएस भेजने की हद तक गए।
एक नाइजीरियाई राजनयिक हाल में गोवा में थे और उन्होंने कथित रूप से धमकी दी थी कि अगर उनके हमवतन लोगों को गोवा में परेशान किया गया तो नाइजीरिया में रहने वाले भारतीयों को उसकी प्रतिक्रिया झेलनी पड़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवा पहुंचे राजनयिक उचित चैनल से नहीं आए थे। उन्होंने कहा कि किसी विदेशी राजनयिक के बतौर, उन्हें विदेश मंत्रालय के माध्यम से आना चाहिए था। मुझे कभी कोई सूचना नहीं मिली कि कोई आ रहा है।
पर्रिकर ने कहा कि नाइजीरिया और भारत के बीच गलतफहमी मीडिया की गलत रिपोर्टिंग का नतीजा है। उन्होंने कहा कि मैंने कभी नहीं कहा था कि नाइजीरियाइयों को स्वदेश भेजा जाएगा, बल्कि मैंने कहा था कि नाइजीरियाई समेत अवैध रूप से रह रहे विदेशियों को स्वदेश भेजा जाएगा। इससे पहले, नाइजीरिया ने भारत को एक कूटनीतिक संदेश जारी किया, जिसमें अपने नागरिकों की सुरक्षा पर चिंता जताई और गोवा में पिछले हफ्ते मारे गए एक नाइजीरियाई के हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गई। इसके बाद सरकार ने नाइजीरिया को आश्वासन दिया कि सहयोगात्मक तरीके से सभी मुद्दों का समाधान किया जाएगा।
केन्द्र ने कल कहा था गोवा में एक नाइजीरियाई की हत्या का मामला बुलंद किए जाने के बाद वह नाइजीरिया के साथ कूटनीतिक संवाद में है। उसने रेखांकित किया कि वह इस मामले में राज्य सरकार से एक रिपोर्ट की अपेक्षा कर रहा है। इस बीच, विशेष जांच दस्ते ने उत्तर गोवा के चपोरा में ओबोदो उजोमा सिमयन की हत्या के सिलसिले में मंगलवार की रात को सुरेन्द्र पाल नामक एक युवक को गिरफ्तार किया। पर्रिकर ने पहले दावा किया था कि यह नशीले पदार्थ की तस्करी से जुड़ा एक अपराध है।