Sunday, November 24, 2024
spot_img
Homeप्रेस विज्ञप्तिविदेशों में भी परचम फहरा रही है हिंदी-प्रो. राममोहन पाठक

विदेशों में भी परचम फहरा रही है हिंदी-प्रो. राममोहन पाठक

वाराणसी।हिंदी आज सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के तमाम देशों में परचम फहरा रही है। हिंदी भाषा में बात करने पर एक-दूसरे से सहज जुड़ाव का अनुभव होता है। साथ ही हिंदी में कार्य करने एवं बोलने में गर्व महसूस होता है। हिंदी भाषा को आगे बढ़ाने में चिट्ठियों का बहुत बड़ा योगदान है। यदि डाकिया डाक वितरण करते समय लोगों से इस बात की अपील करे कि हस्ताक्षर हिंदी में ही करें, तो भी हिंदी को काफी प्रोत्साहन मिलेगा। उक्त उद्गार महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी के महामना मदन मोहन मालवीय हिंदी पत्रकारिता संस्थान के पूर्व निदेशक एवं पूर्व कुलपति, नेहरू ग्राम मानद विश्वविद्यालय, प्रो. राम मोहन पाठक ने प्रधान डाकघर वाराणसी में 29 सितंबर को आयोजित ‘हिंदी पखवाड़ा’ के समापन समारोह में व्यक्त किये।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, संविधान में वर्णित सभी प्रांतीय भाषाओं का पूर्ण आदर करते हुए इस विशाल बहुभाषी राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने में भी हिन्दी की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। हिन्दी सिर्फ एक भाषा ही नहीं बल्कि हम सबकी पहचान है, यह हर हिंदुस्तानी का हृदय है। भारतीय संस्कृति को अक्षुण्ण रखने में हिंदी का बहुत बड़ा योगदान है। जरूरत इस बात की है कि हम इसके प्रचार-प्रसार और विकास के क्रम में आयोजनों से परे अपनी दैनिक दिनचर्या से भी जोड़ें।

विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार श्री राम जी यादव ने कहा कि, हिंदी सहज एवं सरल भाषा होने के साथ एक-दूसरे को जोड़ने वाली है। हिंदी हमारी मातृभाषा के साथ ही राजभाषा भी है अतः इसके विकास के लिए हमें हिंदी को जीवन-चलन में उतारने की आवश्यकता है। उन्होंने हिंदी के विकास में व्यक्तिगत योगदान के साथ संस्थागत योगदान पर विशेष जोर देने का संकल्प दिलाया।

इस कार्यक्रम में डाक विभाग से सेवानिवृत्त सुप्रतिष्ठित साहित्यकार एवं कवि श्री केशव शरण के हिंदी गजल संग्रह ” दर्द के खेत में” के द्वितीय संस्करण का विमोचन भी किया गया। साथ ही उन्हें सम्मानित भी किया गया।

प्रवर डाकघर अधीक्षक वाराणसी पूर्वी मंडल श्री राजन ने बताया कि डाक विभाग की ओर से 14 से 28 सितंबर तक आयोजित हिंदी पखवाडे़ में कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें सभी कर्मचारियों, अधिकारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और हिन्दी पखवाड़े को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।

हिंदी पखवाड़ा के दौरान आयोजित कार्यक्रम के विजेताओं को भी इस अवसर पर पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव, प्रो. राम मोहन पाठक और रामजी यादव ने सम्मानित किया। हिंदी निबंध लेखन प्रतियोगिता में प्रीति कुमारी, हरिशंकर यादव, अब्दुल कादिर, हिंदी टंकण प्रतियोगिता में प्रीति कुमारी, आशिष कुमार, हरिशंकर यादव, हिन्दी टिप्पण एवं आलेखन प्रतियोगिता में प्रतिमा कुमारी मौर्या, संतोष कुमार भाष्कर, अमित कुमार सिंह, हिंदी पत्र लेखन प्रतियोगिता में प्रतिमा कुमारी मौर्या, संतोष कुमार भाष्कर, अमित कुमार सिंह एवं हिंदी काव्य पाठ प्रतियोगिता में आशीष कुमार, वीरेन्द्र मिश्र, इंदु कुमारी को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में प्रवर डाकघर अधीक्षक वाराणसी पूर्वी मंडल राजन, प्रवर डाकपाल वाराणसी प्रधान डाकघर सी.एस.सिंह बरुआ , सहायक अधीक्षक आर. के. चौहान, पंकज कुमार श्रीवास्तव , सुरेश चन्द्र, डाक निरीक्षक बलवीर सिंह, जाँच निरीक्षक श्रीकांत पाल, परिवाद निरीक्षक नरेश बारा, मुक्ता चटर्जी, राजेन्द्र यादव, दीपमणि तिवारी, हरिशंकर, जे.सी.सडेजा, सुशांत झा सहित तमाम विभागीय अधिकारी -कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन गणेश गंभीर ने किया।

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार