गूगल ने शुक्रवार को यह खबर दी है कि इसका डिजिटल असिस्टेंट सॉफ्टवेअर इस साल के अंत तक 30 से ज्यादा भाषाओं में उपलब्ध होगा। गूगल, ऐमजॉन और अन्य कंपनियों के मुकाबले अपने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस को मजबूत करने की कोशिशों के तहत ऐसा कर रहा है।
गूगल असिस्टेंट एक आर्टिफिशल इंटेलिजेंस पर आधारित सॉफ्टवेअर है जो डिवाइस के स्पीकर्स से जुड़ा रहता है। अब इस सॉफ्टवेअर में कई भाषाओं को सपॉर्ट करने की क्षमता जोड़ी जाएगी। इसके बाद अंग्रेजी के अलावा कोई और भाषा बोलने वाले लोग भी इसका इस्तेमाल कर सकेंगे। गूगल ने इस बाबत जानकारी अपनी एक ब्लॉग पोस्ट में दी है। गूगल ने यह कदम ऐमजॉन के ऐलेक्सा पावर्ड हार्डवेअर से मुकाबला करने के लिए उठाया है। ऐलेक्सा अभी तक केवल इंग्लिश में काम करता है जबकि गूगल असिस्टेंट अभी तक 8 भाषाओं को सपॉर्ट कर रहा है और अब इसमें इजाफा हो जाएगा।
गूगल के उपाध्यक्ष निक फॉक्स ने अपनी ब्लॉग पोस्ट में बताया गया है, ‘इस साल के अंत तक गूगल असिस्टेंट 30 से ज्यादा भाषाओं में उपलब्ध होगा। इसके बाद इसकी पहुंच 95 पर्सेंट ऐंड्रॉयड यूजर्स तक होगी। अगले कुछ महीनों में हम ऐंड्रॉयड और आई फोन के लिए गूगल असिस्टेंट को डैनिश, डच, हिंदी, इंडोनेशियन, नॉर्वियन, स्वीडिश और थाई लाने जा रहे हैं। इसके बाद इस साल में अन्य भाषाओं में भी गूगल असिस्टेंट लाया जाएगा।’
फॉक्स ने बताया है कि पहले इसमें मल्टीलिंगुअल ऑप्शन केवल इंग्लिश, फ्रेंच और जर्मन में उपलब्ध होगा। इसके बाद समय के साथ यह अन्य भाषाओं को भी सपॉर्ट करने लगेगा। अभी गूगल को आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के मामले में ऐमजॉन, माइक्रोसॉफ्ट, ऐपल, सैमसंग और अन्य कंपनियों से तगड़ा कॉम्पिटिशन मिल रहा है। ऐमजॉन ने ऐलेक्सा पावर्ड स्पीकर्स के जरिए इस मामले में बढ़त ले ली है।