अहमदाबाद । अर्चन त्रिवेदी के साथ प्यार के तीन शब्दों ने चमत्कार कर दिया। कम से कम त्रिवेदी तो यही मानते हैं। अर्चन त्रिवेदी का कहना है कि उन्होंने प्यार के तीन शब्दों ‘आई लव यू’ की मदद से अपना ब्लड और लंग्स का कैंसर ठीक कर डाला। कैंसर से पीड़ित होने के बाद उन्होंने जिससे भी बात की उसकी शुरुआत ‘आई लव यू’ से की। त्रिवेदी का कहना है कि लाखों बार बोले गए ‘आई लव यू’ ने किसी जादू की तरह उनका कैंसर ठीक कर दिया।
50 साल के अर्चन त्रिवेदी फोन पर भी जब किसी से बात करते हैं तो उसकी शुरुआत प्यार के इन्हीं तीन शब्दों से करते हैं। अर्चन से जब पूछा गया कि जब वे किसी महिला से आई लव यू बोलते हैं तो कैसी प्रतिक्रिया मिलती है। अर्चन कहते हैं कि जब आप किसी को दिल से ‘आई लव यू’ कहते हैं तो उसे सभी पसंद करते हैं।
त्रिवेदी ने बताया कि 1990 के दशक में जब वे अपने धारावाहिक ‘गुनहगार’ की शूटिंग कर रहे थे तो अचानक बीमार पड़ गए। जांच में पता चला कि उन्हें कैंसर है। त्रिवेदी ने बताया कि इलाज कराने की बजाय उन्होंने जिंदगी को अपने तरीके से जीने का मन बना लिया।
इसी दौरान उन्हें प्यार के इन तीन शब्दों की ताकत का अहसास हुआ। त्रिवेदी का दावा है कि अब वे ठीक हो चुके हैं। इसके बावजूद अब भी जब वे किसी से बात करते हैं तो इसकी शुरुआत इन्हीं तीन शब्दों से करते हैं।
जब त्रिवेदी को कैंसर हुआ तो गुजरात सरकार के कला संस्कृति विभाग ने इलाज के लिए उन्हें 40 हजार रुपए की सहायता भी दी। लेकिन जब वे ठीक हो गए तो उन्होंने पैसा वापस लौटाना चाहा।
त्रिवेदी ने बताया कि ऐसा करने का कोई नियम ही नहीं था। इसके बाद उन्होंने अपने इलाज के लिए मिली रकम को शहर के एक कैंसर अस्पताल को दान दे दी।
साभार- टाईम्स ऑफ इंडिया से