मुंबई। भाजपा के प्रदेश महामंत्री अमरजीत मिश्र ने शिवसेना के नेतृत्ववाली महा आघाडी सरकार पर निशाना साधते हुए इसे साहित्य व संस्कृति की विरोधी सरकार बताया है।कोरोना काल के इन छह महिनों में बड़े बड़े उद्योगपति भी परेशान हो गए हैं ऐसे में छोटे कलाकार,रंगकर्मी व संगीत क्षेत्र से जुड़े हुए वाद्क कितने परेशान होंगे? सरकार का संस्कृति विभाग सबसे संपन्न विभाग है।आज जब रंगमंच,फ़िल्म व साहित्य के कार्यक्रम बिल्कुल बंद पड़े हैं ,साहित्य व संस्कृतिकर्मियों के समक्ष भूखमरी की समस्या है।
श्री मिश्र ने कहा कि राज्य सरकार आर्थिक रुप से कमजोर लोगों के लिए राशन देने का उपक्रम भले की हो लेकिन साहित्य व संस्कृति से जुड़े स्वाभिमानी समाज के लोगों के खाते में भी तत्काल सहयोग राशि डाले।श्री मिश्रा ने कहा कि आज शुटिंग बंद पडी है ,थिएटर बंद हैं और गीत संगीत के आयोजन नहीं हो रहे,संस्कृतिकर्मियों के समक्ष उदरपूर्ति की समस्या मुंह बाये खडी है।
भाजपा नेता ने इस संदर्भ में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे व संस्कृति मंत्री अमित देशमुख को पत्र लिखकर मांग की है कि फ़िल्मसिटी के पास आरक्षित फंड है जिसमे से तत्काल रंगकर्मी व छोटे फिल्मी कलाकारों को आर्थिक मदद की जानी चाहिए।
अमरजीत मिश्र ने चिंता व्यक्त की है कि महा आघाडी के मंत्री व नेता आपसी बन्दरबांट में व्यस्त हैं उन्हे राज्य के लोगों की चिंता नहीं है।
श्री मिश्र ने कहा कि 14 सितम्बर को हिंदी दिवस मनाया जाता है उस दिन साहित्य की सेवा करनेवाले साधको को पुरस्कार दिया जाता है और उन्हें सम्मानित किये जाने की परम्परा है,पर अब तक राज्य सरकार द्वारा हिंदी साहित्य समेत अन्य भाषाओं की अकादमी का गठन तक नहीं किया गया है।
श्री मिश्र ने कहा कि कॉंग्रेस ,राष्ट्रवादी समेत अन्य दल उन्हें महा आघडी सरकार में उचित अहमियत न मिलने का रोना रोते रह्ते हैं।देवेन्द् फडणवीस सरकार में महाराष्ट्र फ़िल्म,रंगभूमि व सांस्कृतिक विकास महामंडल के उपाध्यक्ष रहे अमरजीत मिश्र ने कहा कि इस महामारी की विषम परिस्थितियों में साहित्य व संस्कृतिकर्मी बुरी तरह परेशान है,पर राज्य सरकार उनकी मदद के लिए आगे नहीं आ रही।
श्री मिश्रा ने कहा कि मराठी भाषा व संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन की बात करनेवाले राज नेता सत्ता में आने के बाद इतने मदांध हो गए हैं कि वे रंगकर्मियों,संगीतकारों व छोटे कलाकारों की अड़चनों पर ध्यान ही नहीं दे रहे।राज्यमंत्री रहे अमरजीत मिश्र ने मांग की है कि राज्य सरकार तत्काल कदम नही उठाई तो हमें आन्दोलन करना पड़ेगा।