मध्य प्रदेश के इन्दौर के बड़े टायर विक्रेताओं में से एक सेठी परिवार ने समाज के लिए मिसाल पेश की है। सेठी परिवार ने बेटे की शादी महज एक रुपए में पूरी करके खर्चीली शादी और दहेज प्रथा के खिलाफ अच्छा संदेश समाज को दिया है।
दोपहिया वाहन शोरूम के मालिक पलाश सेठी और औरंगाबाद के प्रॉपर्टी ब्रोकर दीपक पाटनी की बेटी श्वेता की शादी महज एक रुपया और एक नारियल के साथ सादगीभरे तरीके से हुई। वर-वधू पक्ष कोर्ट में पहुंचा और कानूनन रूप से विवाह किया। इसके बाद घर पर ही सादे समारोह में ऑटोमोबाइल इंजीनियर पलाश ने सीए अंतिम वर्ष की छात्रा श्वेता को वरमाला पहनाई। खंडवा से औरंगाबाद गई बरात में दूल्हे सहित 15 लोग शामिल थे। वहीं, वधू पक्ष की ओर से भी 50 से ज्यादा लोग शादी में शामिल नहीं हुए थे।
पलाश के पिता अरुण सेठी की इच्छा थी कि समाज में यह संदेश जाए कि खर्चीली शादियां, दहेज की कुप्रथा का अंत करना है। इसके साथ ही वह रीति-रिवाज के नाम पर नेक, उपहार लेने-देने की परंपरा को भी खत्म करना चाहते हैं।
अरुण सेठी ने कहा कि यह उन लोगों की जिम्मेदारी है, जो आर्थिक रूप से संपन्न है। जब आर्थिक रूप से संपन्न लोग शादियों में वैभव दिखाते हैं, तो समाज के मध्यम और निम्न वर्ग के लोगों पर यह दबाव होता है कि वे भी शादियों में भव्यता दिखाएं।
ऐसे में कई परिवारों को कर्ज लेना पड़ता है। शादी के इस सामान्य रूप के बारे में नवदंपति ने कहा कि वे सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ युवाओं को खड़े करने की प्रेरणा देना चाहते हैं।