भगवान की धरती दानवों की धरती बनती जा रही है, यह बात मंगलवार (24 जनवरी) को यहां आरएसएस के विचारक दत्तात्रेय होसबोले ने केरल के संदर्भ में कही। उन्होंने केरल में राजनीतिक हिंसा रोकने के लिए पिछड़ा वर्ग आयोग और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की। होसबोले ने आरएसएस और भाजपा कार्यकर्ताओं की जघन्य हत्याओं और हमले की निंदा की और राज्य के लोगों से अपील की कि वे वहां हो रही राजनीतिक हत्याओं के परिप्रेक्ष्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करें।
आरएसएस के नेता केरल में राजनीतिक हिंसा के खिलाफ केरल हाउस के बाहर हिंदू समूहों द्वारा आयोजित धरना में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, ‘पिछड़ा आयोग और मानवाधिकार आयोग को केरल में हो रही राजनीतिक हत्याओं के मुद्दे पर तत्काल गौर करना चाहिए।’ दत्तात्रेय ने आरोप लगाया, ‘ईश्वर की धरती राक्षसों की धरती बनती जा रही है। मैं आम आदमी से अपील करता हूं कि केरल में आरएसएस और भाजपा कार्यकर्ताओं की जघन्य हत्या के संदेश को फैलाएं। हिंसा माकपा करवा रही है।’
आरएसएस नेता ने दावा किया कि मीडिया हत्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा, ‘मुद्दे को उठाने के लिए हमें काफी कुछ करना पड़ा लेकिन हत्याओं पर मीडिया चुप है।’ भाजपा प्रवक्ता और सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि राजनीतिक हमले को रोकने के लिए केंद्र से हस्तक्षेप करने की मांग होगी। बाद में आरएसएस-भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर को ज्ञापन सौंपकर हमले रोकने में केंद्र से हस्तक्षेप करने और प्रभावित लोगों को पुनर्वास पैकेज देने की मांग की।