कोटा। राजस्थान खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष पंकज मेहता के परिवार में मृत्यु उपरांत नेत्रदान की अब परम्परा बन गई है। इनकी माता जी श्रीमती संतोष मेहता का आज प्रातः निधन होने पर सभी पुत्रों ने सहमति से इनका नेत्रदान करा कर अनुकरणीय सेवा कार्य किया।
पंकज मेहता ने अपनी माता के देवलोकगमन के उपरांत नेत्रदान के लिए शाइन इंडिया फाउंडेशन को संपर्क किया । सूचना मिलते ही डॉ कुलवंत गौड़ ईबीएसआर,के तकनीशियन के साथ उनके घर पहुंचे और नैत्रदान का पुनीत कार्य सम्पन्न करवाया।
उल्लेखनीय है कि जनवरी 2016 में पंकज जी के पूजनीय पिताजी श्रीमान राजेंद्र जी जैन का आकस्मिक निधन होने के उपरांत भी सभी भाइयों डॉ सुभाष,पंकज औऱ प्रभतिराज की सहमति से नेत्रदान का पुनीत कार्य संपन्न हुआ था,उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए माताजी का भी नेत्रदान संपन्न हुआ ।
शोकाकुल परिवार के बेटे डॉक्टर सुभाष मेहता ने कहा कि नेत्रदान का पुनीत कार्य घर के शोक को भी थोड़ा कम करता है। परिजन की मृत्यु के कारण परिवार में शोक का माहौल बनता है,इस तरह के माहौल में किसी दृष्टिहीन की आँखों में रोशनी देने का कार्य मन को काफ़ी सुकून देता है और सभी में एक सकारात्मक सोच को बनाता है। नेत्रदान प्रक्रिया के दौरान शहर के कई सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी,व्यापार मंडल व कांग्रेस पार्टी के कई शीर्ष पदाधिकारी व सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे।