संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने दुर्भावनापूर्ण इनकमिंग कॉल रोकने तथा साइबर अपराधों और धोखाधड़ी से सुरक्षा के लिए सक्रिय अभियान चलाया है।
विभाग ने नागरिकों को ऐसी दुर्भावनापूर्ण इनकमिंग कॉल से सावधान रहने की सलाह दी है, जिसमें उन्हें *401# और उसके बाद किसी अज्ञात मोबाइल नंबर को डायल करने के लिए कहा जाता है।
ऐसा करने से नागरिक के मोबाइल से किसी अज्ञात मोबाइल नंबर पर बेरोक-टोक कॉल फॉरवर्डिंग सक्रिय हो जाती है। इससे सभी इनकमिंग कॉल धोखेबाज व्यक्ति को मिलने लगते हैं और इसका इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए किया जा सकता है।
डीओटी ने घोटालेबाजों के काम करने के तरीके और उनकी कार्यप्रणाली की जानकारी दी है:
धोखेबाज व्यक्ति दूरसंचार ग्राहक को कॉल करता है और उनके दूरसंचार सेवा प्रदाता का ग्राहक सेवा प्रतिनिधि या तकनीकी सहायता कर्मचारी होने का ढोंग करता है।
धोखेबाज व्यक्ति ग्राहक से कहता है कि या तो उनके सिम कार्ड में कोई समस्या है या नेटवर्क या सेवा की गुणवत्ता से संबंधित कोई समस्या है और उस समस्या को ठीक करने के लिए उन्हें एक विशिष्ट कोड डायल करना होगा। यह कोड आमतौर पर *401# से शुरू होता है और उसके बाद एक मोबाइल नंबर होता है।
ग्राहक के ऐसा करने के बाद उनके मोबाइल फोन से बेरोकटोक कॉल फॉरवर्डिंग सक्रिय हो जाती है और उनके फोन पर आने वाली सभी कॉल आदि धोखेबाज व्यक्ति के मोबाइल नंबर पर भेज दी जाती हैं।
इसके बाद धोखेबाज व्यक्ति सभी इनकमिंग कॉल प्राप्त करता है और इसका इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए किया जा सकता है।
डीओटी सक्रिय रूप से सभी उपयोगकर्ताओं को सूचित करता रहा है और नियमित रूप से दोहराता आया है कि अपनी सुरक्षा कैसे करें:
दूरसंचार सेवा प्रदाता अपने ग्राहकों को कभी भी *401# डायल करने के लिए नहीं कहते हैं।
अपने मोबाइल फ़ोन की सेटिंग की जांच कर पता लगाएं कि कहीं कॉल फ़ॉरवर्डिंग तो चालू नहीं है तथा ऐसा होने पर तुरंत कॉल फारवर्डिंग को बंद करें। इस सुविधा का उपयोग केवल आवश्यकता होने पर ही करें।