उपभोक्ताओं ने दूरसंचार नियामक ट्राई के पास भारती एयरटेल के खिलाफ सबसे ज्यादा कॉल ट्रॉप की शिकायत दर्ज कराई गई हैं। इसके बाद वोडाफोन, आइडिया और बीएसएनएल का नंबर है। संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में यह जानकारी दी।
इस साल 30 जून, 2015 तक एयरटेल के खिलाफ कॉल ड्रॉप की 31 शिकायतें आई हैं। इसके बाद वोडाफोन के खिलाफ 17 और बीएसएनएल और आइडिया दोनों के लिए प्रत्येक 10 शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। अनिल अंबानी की रिलायंस कम्यूनिकेशंस के खिलाफ आठ, एनटीएस के खिलाफ दो और एयरसेल तथा टाटा दोनों के खिलाफ एक-एक शिकायत आई हैं।
ट्राई ने मोबाइल फोन सेवाओं के लिए गुणवत्ता के मानक तय किए हैं। विभिन्न मापदंडों पर सर्विस प्रदाताओं की ओर से दी जाने वाली सर्विस की क्वॉलिटी की तिमाही प्रदर्शन निगरानी रिपोर्ट तैयार की जाती है। ट्राई बेचमार्क के मुताबिक, कॉल ड्रॉप रेट दो फीसद से कम होना चाहिए।
क्यों होती है कॉल ड्रॉप
विभिन्न कारणों की वजह से नेटवर्क में कॉल ड्रॉप की दिक्कत आती है। इसमें मोबाइल टावर के अभाव में उपर्याप्त कवरेज और एक क्षेत्र में यूजर्स की ज्यादा संख्या होने से हैंडओवर की दिक्कत शामिल है।
लाइसेंस निलंबित करने की चेतावनी
नागरिकों की निजता भंग करने के मामले में दूरसंचार कंपनियों के खिलाफ भारी जुर्माने व लाइसेंस के निलंबन जैसी कार्रवाई की जा सकती है। रविशंकर ने लोकसभा में कहा कि भारतीय टेलीग्राफ कानून के तहत नागरिकों के निजी बातचीत की निगरानी करना और संदेशों को बीच में पढ़ना या सुनना दंडनीय अपराध है। संदेशों के इंटरसेप्शन व निगरानी का काम कानून में तय शर्तों के तहत केंद्र और राज्य सरकारें ही कर सकती हैं।