‘राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विवि (आरजीपीवी) से संबद्ध इंजीनियरिंग कॉलेजों में अगले शैक्षणिक सत्र से इंजीनियरिंग के पेपर अंग्रेजी के साथ हिन्दी में भी आएंगे। विद्यार्थी अपनी इच्छा से अंग्रेजी अथवा हिन्दी में उत्तर दे सकेंगे।’
यह बात बुधवार को उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कही। वे आरजीपीवी में च्वाइस बेस्ड के्रडिट सिस्टम (सीबीसीएस) लागू करने को लेकर आयोजित निजी विश्वविद्यालयों की बैठक में बोल रहे थे। निजी विश्वविद्यालय अगले शिक्षण सत्र से सीबीसीएस शुरू करेंगे।
इस दौरान निजी विवि हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों के लिए हिंदी में पेपर दिए जाने की व्यवस्था पर सहमत हो गए। उच्च शिक्षा शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकारी एवं निजी विश्वविद्यालय एक-दूसरे के अच्छे कार्यों को शेयर करें। उन्होंने आरजीपीवी द्वारा एमफॉर्मा और एमटेक के विद्यार्थियों के लिए शुरू हुई ई-थीसिस, डिजर्टेशन सबमिशन सिस्टम की सुविधा का शुभारंभ भी किया।