जापान में पिछले १८ वर्षों से विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों द्वारा भारत एवं जापान के बीच संबंधों को मजबूत कर रहीं सुश्री नुपूर तेवारी को विश्व शांति मिशन ने विश्व शांतिदूत बनाने की घोषणा की है। इसकी जानकारी विश्व शांति अभियान के संस्थापक और शांति मिशन के अध्यक्ष डॉ हुज़ाएफा खोराकीवाला ने दी। वे वोकहार्ट फाउंडेशन के अध्यक्ष भी हैं। आगामी ३ जनवरी को नुपूर को विश्व शांतिदूत की उपाधि दी जाएगी। उनको एक फ्रेम, एक प्रशस्ति पत्र एवं चाँदी का सिक्का दिया जाएगा।
शांति मिशन द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में, उन्होंने कहा है कि सुश्री नुपूर बहुत समर्पित समाजसेवक हैं और कृतज्ञता, क्षमा, प्रेम,दान देना,मानवता, धैर्य तथा सत्य जैसे शांति के सात अवयव उनको बहुत प्रिय हैं। विश्व शांति मिशन उनको ‘विश्व शांतिदूत’ की उपाधि देते हुए बहुत गौरवान्वित है। आशा है उनके प्रयासों से विश्व में शांति की स्थापना की दिशा में हमें बड़ी सफलता मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि नुपूर ‘हील टोकियो एवं हील इंडिया ‘ अभियान के द्वारा पिछले १८ वर्षों से जापान में भारतीय मूल्यों का प्रचार प्रसार करती आ रही हैं। उन्होंने टोकियो में, घर विहीन लोगों को भोजन कराने से अपनी गतिविधियों की शुरूआत की और विभिन्न सामाजिक गतिविधियों से भारत तथा जापान के संबंधों को प्रगाढ़ कर रही हैं।
बीते महीने इस संस्थान ने शारी एरिसन, वरुण चौधरी , पूर्व क्रिकेटर यजुवेंद्र सिंह , टी वी ऐंकर नदिया हक्कानी तथा जायेद खान को यह उपाधि दी थी । उनके साथ ही मिनी बोधनवाला ,अनूपसिंह कुमार , पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आज़ाद की पत्नी पूनम आज़ाद,अभिनेत्री कायनात अरोरा , डॉक्टर ऍंथोनी कैस्टो , अभिनेता राजा मुराद तथा दत्ताराम फोड़े को वर्ल्ड पीसकीपर अवार्ड से सम्मानित किया था। उस अवसर पर फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉक्टर खोराकीवाला ने कहा था कि उनका उद्देश्य पूरी दुनिया में शांति सैनिकों की सबसे बड़ी फ़ौज तैयार करना है।