तिरूवनंतपुरम। ‘वो अच्छी-खासी पढ़ाई कर रही थी, हॉस्टल में रह रही थी, लेकिन पता नहीं उन जालिमों ने उस पर क्या जादू कर दिया कि वह बिलकुल बदल गई। उन लोगों ने मेरी बेटी को जबरन मुसलमान बना दिया।’ ये एक मां की दुखभरी आपबीती है। तिरुवनंतपुरम के पनगोड़े में रहने वाली मिनि विजयन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी बेटी अपर्णा को जबरन इस्लाम कबूर करवाया गया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक विजयन ने पुलिस को बताया कि साल 2013 में अपर्णा एर्णाकुलम के जुआल एजुकेशन ट्रस्ट में पढ़ने गई थी। वह वहां हॉस्टल में रह रही थी। लेकिन उसे जबरन मुसलमान बनाकर उसका नाम ‘शहाना’ रख दिया गया।
अपर्णा को उन 20 लोगों में शामिल माना जा रहा है जो केरल से गायब चल रहे हैं। पुलिस ने तिरुवनंतपुरम से करीब 380 किलोमीटर दूर कोझीकोड स्थित सत्य सारिणी इंस्टीट्यूट की लोकेशन ट्रैक की है, इस लोकेशन पर अपर्णा के होने की आशंका है। इस संस्थान को इस्लाम का विस्तार करने वाले संस्थान के तौर पर जाना जाता है।
अपर्णा के अलावा कोची से ऐरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाली हिंदू लड़की निमिशा फातिमा के भी 20 लोगों में गायब होने की खबर सुर्खियां बटोर रही है। उसे लेकर भी यही कहा जा रहा है उसे जबरन मुसलमान बनाया गया है। अपर्णा की मां ने मीडिया को बताया कि जैसे ही उन्हें अपनी बेटी के बारे में जानकारी मिली, वे तुंरत पुलिस के पास गईं और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने उसे कोझीकोड में ट्रैक किया है।
विजयन के मुताबिक पुलिस ने उसे ट्रैक करने के बाद कोर्ट में पेश किया तो गजब ही हो गया। अपर्णा ने सुमैया के साथ रहने की बात कोर्ट में कही। सुमैया वही औरत है जिसने उसे मुसलमान बनाया।
पुलिस की मानें तो हाल-फिलहाल अपर्णा मलप्पुरम के मंजेरी स्थित एक धार्मिक सेंटर में रह रही है। अपर्णा की मां की मानें तो पहले उनकी बेटी संपर्क में थी, लेकिन जब से निमिशा मीडिया के सामने आई, तब से वह नजरबंद हो गई।
पुलिस की मानें तो उसके हाथ में मामला नहीं है, जैसा कि लड़की ने पहले ही उन लोगों के साथ रहने की बात कोर्ट में की है, जिन्होंने उसे मुसलमान बनाया है।