भुवनेश्वर। 24 अक्तूबर को भुवनेश्वर की सरकारी पंजीकृत संस्था बिस्वास (बिहार सामाजिक कल्याण संस्था ) के सचिव चन्द्रशेखर सिंह ने बताया कि इस वर्ष -2022 के चार दिवसीय छठ महापर्व का पहला दिवस नहाय- खाय 28 अक्तूबर को है जिसका पालन छठव्रती अपने-अपने घर पर पूरी पवित्रता के साथ करेंगे। 29 अक्तूबर को खरना है जिसका पालन भी वे अपने-अपने घर पर ही अपने परिवार तथा अपने समस्त बंधु-बांधवों के साथ करेंगे। 30 अक्तूबर को वे सामूहिक छठ पूजन न्यू बाली यात्रा, मंचेश्वर नदी तट पर करेंगे जिसमें पहला शाम का अर्घ्य भगवान सूर्यदेव तथा उनकी बहन छठ परमेश्वरी को देंगे।न्यू बाली यात्रा मैदान मंचेश्वर नदी तट पर 3.30 बजे से व्रतियों के आने का सिलसिला आरंभ होगा।
सचिव चन्द्रशेखर सिंह ने बताया कि न्यू बालीयात्रा मैदान, मंचेश्वर नदी घाट पर छठ महापर्व को व्यवस्थित ढंग से मनाने के सभी इंतजाम पूरे हो चुके हैं। छठव्रतियों को घाट पर पहुंचने के लिए रामघाट से लेकर बिजली, यातायात,परिवहन, वाहन पार्किंग जैसी तमाम सुविधाएं बिश्वास की तरफ से उपलब्ध कराई गईं गई हैं। नदी एवं रास्ते में सुरक्षा के इंतजाम भी पोख्ते किए गए हैं। भुवनेश्वर में रहकर छठव्रत करनेवाले सभी छठव्रतियों से सादर अनुरोध है कि वे न्यू बालीयात्रा मैदान, मंचेश्वर घाट पर आकर ही छठ परमेश्वरी का पूजन करें। सभी छठ व्रतियों को व्यवस्थित घाट मिले इसका भी पूरा प्रबंध किया जा चुका है। 30 अक्तूबर को शाम का अर्घ्य है और 31 अक्तूबर को भोर का अर्घ्य है।
संस्था के अध्यक्ष संजय झा के अनुसार बिस्वास को स्थानीय प्रशासन, पुलिस प्रशासन आदि का समर्थन मिल रहा है तथा बिस्वास के निमंत्रण पर स्थानीय विधायक,मेयर आदि भी बिस्वास के सामूहिक छठ पूजन में पधारने की अनुमति दे चुके हैं। उपाध्यक्ष अजय बहादुर सिंह के अनुसार भुवनेश्वर में चारों तरफ छठ के होडिंग, बैनर आदि लग चुके हैं।सोसल मीडिया के माध्यम से भी आयोजन की विस्तृत जानकारी दी जा रही है।