उनके दिव्य सद्गुरु संत बाबा रामनारायण दास जी महाराज हैं। वे अबतक कुल लगभग 25 हिन्दू देवालयों का निर्माण अपनी ओर से कर चुके हैं तथा सैकड़ों देवालयों के निर्माण
इस अनुभव ने उन्हें भारत में केंद्र प्रायोजित योजनाओं के निष्पादन में आने वाली कमियों पर बेहतर समझ विकसित करने में बहुत मदद की। साथ ही, उन्हें जम्मू विश्वविद्यालय द्वारा लगातार तीन बार हिंदी में सर्वश्रेष्ठ लघु कथाकार का पुरस्कार दिया गया।
मुंबई के श्री भागवत परिवार द्वारा प्रकाशित अप्रतिम भारत ग्रंथ का लोकार्पण एक शानदार समारोह में भुबनेश्वर में ओड़िशा के माननीय राज्यपाल प्रो. गणेशीलाल ने किया। इस समारोह का आयोजन कादंबिनी मीडिया द्वारा किया गया था।
मुंबई के श्री भागवत परिवार द्वारा प्रकाशित और प्रभात प्रकाशन दिल्ली द्वारा मुद्रित अप्रतिम भारत ग्रंथ का विमोचन रेल्वे बोर्ड के माननीय अध्यक्ष श्री अश्वनी लोहानी की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ। श्री लोहानी ने अपने प्रेरक और विचारोत्तेजक वक्तव्य में श्री भागवत परिवार द्वारा प्रकाशित ग्रंथ में समाहित लेखों की सराहना करते हुए कहा कि इस ग्रंथ मे भारतीय जीवन दर्शन और संस्कृ
भुवनेश्वर:
आप ओडिशा के भुवनेश्वर में स्थित कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT) और कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (KISS) के बारे में जानते हैं।...
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