Wednesday, January 15, 2025
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पर्यावरण

धरती की जीवन और भोजन श्रृखंला

महात्मा गांधी ने अपने जीवन से और विचारों से समूची मनुष्यता को अपनी चाहनाओं और लालसाओं को स्वनियंत्रित करने का एक सूत्र दिया ।जो जीवन और भोजन की सनातन प्राकृत श्रृखंलाओं को अपने प्राकृत स्वरूप में निरन्तर चलते रहने

जापान की मियावाकी तकनीक से दुनिया में 3 हजार जंगल उगाए, इससे 10 गुना तेजी से बढ़ते हैं पेड़

हर 500 मीटर की दूरी पर एक पीपल का पेड़ लगाये तो आने वाले कुछ साल भर बाद प्रदूषण मुक्त हिन्दुस्तान होगा, वैसे आपको एक और जानकारी दे दी जाए।

प्रेस विज्ञप्ति

महाकुंभ में भव्य लेज़र वॉटर स्क्रीन शो का शुभारम्भ

उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में तथा पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह की पहल पर महाकुम्भ-2025 में लगभग...

उपराष्ट्रपति ने कहा, हम अपने देश में बहुत जल्दी, बिना कोई सवाल पूछे, किसी को भी आदर्श मान लेते हैं

गुरुग्राम। उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने कहा कि, "मानव संसाधन की अपरिहार्यता एक मिथक है। यह विचार कि "आपके बिना चीजें काम नहीं कर...

फ़िल्मी-गपशप