Monday, November 25, 2024
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पर्यावरण

धरती की जीवन और भोजन श्रृखंला

महात्मा गांधी ने अपने जीवन से और विचारों से समूची मनुष्यता को अपनी चाहनाओं और लालसाओं को स्वनियंत्रित करने का एक सूत्र दिया ।जो जीवन और भोजन की सनातन प्राकृत श्रृखंलाओं को अपने प्राकृत स्वरूप में निरन्तर चलते रहने

जापान की मियावाकी तकनीक से दुनिया में 3 हजार जंगल उगाए, इससे 10 गुना तेजी से बढ़ते हैं पेड़

हर 500 मीटर की दूरी पर एक पीपल का पेड़ लगाये तो आने वाले कुछ साल भर बाद प्रदूषण मुक्त हिन्दुस्तान होगा, वैसे आपको एक और जानकारी दे दी जाए।

प्रेस विज्ञप्ति

तीर्थंकर पार्श्वनाथ के जन्म और निर्वाण कल्याणक पर जारी होंगे स्मारक सिक्के

उदयपुर । जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ के 2900वें जन्म कल्याणक एवं 2800वें निर्वाण कल्याणक महोत्सव के उपलक्ष्य में 25 दिसंबर 2024 को भारत सरकार...

छत्तीसगढ़ में देश का 56वां टाइगर रिजर्व अधिसूचित

केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने छत्तीसगढ़ के गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व को देश के 56वें टाइगर रिजर्व...

फ़िल्मी-गपशप