इंदिरा गांधी को प्रियंका गांधी में अपना राजनीतिक अक्श नजर आता था। वो प्रियंका को अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी के तौर पर देखती थीं। ये खुलासा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एमएल फोतेदार ने किया है। फोतेदार के मुताबिक, जब इस बात की जानकारी सोनिया गांधी को हुई तो वो बहुत परेशान हुईं।
एक समय में गांधी परिवार के वफादार माने जाने वाले फोतेदार ने इन खुलासों का जिक्र अपनी किताब ‘चिनार लीव्स’ में किया है।
‘चिनार लीव्स’ 30 अक्टूबर को रिलीज होने वाली है। फोतेदार ने अपनी किताब में 2004 में सोनिया द्वारा प्रधानमंत्री पद को ठुकराए जाने का भी जिक्र किया है। जिसमें वो पूर्व कांग्रेस नेता नटवर सिंह की इस राय से इत्तेफाक रखते हैं कि सोनिया ने प्रधानमंत्री का पद दिल की आवाज पर नहीं छोड़ा था बल्कि गांधी परिवार का दबाव था।
फोतेदार का कहना है कि इंदिरा ने कश्मीर में एक मंदिर में कुछ ऐसा देखा था, जिससे उनको अपनी मौत का आभास हो गया था। मंदिर में दर्शन करने के बाद जब वो रेस्ट हाउस आईं तो कहा कि उन्हें लगता है कि प्रियंका ही उनकी उत्तराधिकारी हो सकती हैं। प्रियंका लंबे समय तक भारतीय राजनीति में अपना योगदान दे सकती हैं।