Tuesday, December 24, 2024
spot_img
Homeचुनावी चौपालराजस्थान विधान सभा चुनाव - पति पत्नी, जीजा साली, भाई भतीजे एक...

राजस्थान विधान सभा चुनाव – पति पत्नी, जीजा साली, भाई भतीजे एक दूसरे के खिलाफ जीते

राजस्थान विधानसभा के कई रोचक परिणाम भी सामने आए हैं। कहीं पति ने पत्नी को चुनाव हराया है तो कहीं पर ससुर और दामाद ने चुनाव जीता है। सियासी मैदान में भतीजे और भतीजियों ने चाचा से मुकाबला किया तो कहीं पति-पत्नी, जीजा-साली, भाई-भाई और पिता-पुत्री ने भी एक दूसरे को टक्कर दी।

जयपुर में फुलेरा विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी विद्याधर चौधरी ने चुनाव लड़ा। जिन्होंने चुनाव जीता है। वहीं उनके दामाद शैलेष सिंह ने भाजपा प्रत्याशी के तौर पर भरतपुर के डीग कुम्हेर से चुनाव लड़ा। वहां से शैलेष सिंह ने चुनाव जीता है।

सवाई माधोपुर से भाजपा प्रत्याशी डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने चुनाव जीता है। वहीं उनके भतीजे भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र मीणा ने महुआ से चुनाव जीता है। दोनों चाचा-भतीजे विधानसभा में पहुंचे है। इससे पहले भी किरोड़ी लाल मीणा की पत्नी गोलमा देवी भी विधानसभा का चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची है।

सीकर जिले में दांता रामगढ़ हॉट सीट थी। जहां पति वीरेंद्र सिंह व उनकी पत्नी रीटा सिंह आमने सामने थी। दोनों में कुछ समय से आपसी अनबन चल रही है। इसके चलते पत्नी रीटा सिंह ने अपने पति वीरेंद्र को हराने के लिए चुनाव लड़ा था। वीरेंद्र सिंह वर्तमान में दांता रामगढ़ से कांग्रेस के विधायक भी है। रीटा सिंह जेजेपी की महिला मोर्चा की अध्यक्ष हैं। जिन्होंने पति के सामने चुनाव लड़ा और हारी।

अलवर जिले की इस सीट से भाजपा से जयराम जाटव चुनावी मैदान में उतरे थे। उनकी बेटी मीना कुमारी ने निर्दलीय चुनाव लड़ा। जयराम इस सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं। हालांकि दोनों ही बाप-बेटी को हार का सामना करना पड़ा है। इस सीट से मंत्री टीकाराम जूली ने जीत दर्ज की है।

नागौर जिले की चर्चित सीट पर मिर्धा परिवार के दो सदस्यों में मुकाबला हुआ था। पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा ने भाजपा से चुनाव लड़ा। वहीं, उनके चाचा हरेंद्र मिर्धा कांग्रेस से चुनावी मैदान में थे। हरेन्द्र मिर्धा ने अपनी भतीजी को शिकस्त दी। 18 राउंड तक चली काउंटिंग में चाचा हरेंद्र मिर्धा ने अपनी भतीजी व बीजेपी उम्मीदवार ज्योति मिर्धा को 13970 वोटों से मात दे दी है। ज्योति कुछ समय पहले ही भाजपा में शामिल हुई थी।

धौलपुर जिले की सीट से कांग्रेस के टिकट पर शोभारानी कुशवाह ने चुनाव लड़ा। शिवचरण कुशवाह भाजपा के टिकट पर मैदान में उतरे। ये दोनों रिश्ते में जीजा साली लगते हैं। शोभारानी ने अपने जीजा को शिकस्त दी है। शोभारानी कुशवाहा कोंग्रेस ने जीजा शिवचरण कुशवाहा भाजपा को चुनावी मुकाबले में तीसरे नंबर पर धकेल दिया। शोभारानी ने बहुजन समाज पार्टी के रितेश शर्मा को 16789 मतों से पराजित कर जीत हासिल की है।

चूरू जिले की सीट पर भाजपा से संजीव बेनीवाल ने चुनाव लड़ा। वहीं, कांग्रेस से उनके भतीजे अजीत बेनीवाल मैदान में उतरे थे। संजीव ने अपने भतीजे को कडी शिकस्त दी, वे भाजपा से दो बार विधायक रह चुके हैं।

खेतड़ी विधानसभा से भाजपा के धर्मपाल गुर्जर ने जीत हासिल कर ली है। उन्होंने बसपा के मनोज कुमार घुमरिया को 9114 वोटों से हरा दिया। वहीं उन्होंने कांग्रेस से मनीषा गुर्जर को तीसरे स्थान पर भेज दिया। ने दोनों रिश्ते में चाचा और भतीजी लगते हैं।

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार