Saturday, April 27, 2024
spot_img
Homeपाठक मंचमोदी जी के नाम खुला पत्र 

मोदी जी के नाम खुला पत्र 

4 में से 3 राज्यों के चुनाव परिणाम में बीजेपी को विजय मिली हैं। अब अगला चुनाव 2024 का सबसे बड़ा चुनाव होगा। पिछले 10 वर्षों से देश की जनता जिसमें हिन्दू समाज ने ही बीजेपी को चुना हैं। बहुमत से चुनी गई सरकार ने अनेक कार्य किये हैं परन्तु हिन्दू समाज के हितों में अनेक कार्य अभी नहीं हुए हैं। जिनका होना अति आवश्यक हैं। क्यूंकि यह हिन्दुओं के जन्म मरण का प्रश्न हैं ? ये कार्य हैं-
1. राम मंदिर ट्रस्ट के अंतर्गत राम मंदिर बन रहा हैं। जिसका उदघाटन जनवरी 2024 में होगा। मंदिर निर्माण में 1000 करोड़ रुपया लगना था। हिन्दुओं ने दिल खोलकर 4000 करोड़ रुपया दान किया। राम मंदिर ट्रस्ट के श्री चम्पत राय जी का कहना है कि मंदिर इतना मजबूत बनाया जा रहा हैं कि अगले 1000 वर्ष तक यह नहीं टूटेगा। आपने मंदिर की सुरक्षा पर ध्यान दिया हैं परन्तु यह मंदिर दोबारा से मस्जिद ने बनें। उसके लिए क्या तैयारी हैं?
हिन्दू समाज के अभिन्न सदस्य विभिन्न कारणों से दिनों दिन विधर्मी बन रहे हैं। उनकी घर वापसी या परावर्तन या शुद्धि के लिए हमारा क्या प्रयास हैं? 3000 करोड़ की बैंक में रखी राशि और भविष्य में राम मंदिर पर चढ़ने वाले दान से वृहद् स्तर पर योजना बनाकर हिन्दुओं की घर वापसी करवाई जाये। निर्धन हिन्दुओं को कला कौशल और शिक्षा देकर सबल बनाया जाएँ। तभी तक यह सुनिश्चित होगा कि भविष्य में भी राम मंदिर कभी मस्जिद नहीं बनेगा अन्यथा गैर हिन्दुओं की जनसँख्या बढ़ने और उनका शासन आने पर सबसे पहले मंदिर को मस्जिद में बदल दिया जायेगा। भविष्य में गैर बीजेपी सरकार आते ही राम मंदिर का अधिग्रहण कर इस दान से प्राप्त धन को मस्जिदों और चर्चों को अनुदान में बाँट देगी। इसे रोकने का क्या प्रावधान हैं?
2. ईसाई धर्मान्तरण पर रोक कब लगेगी? यह किसी से छुपा नहीं हैं की ईसाई समाज लालच, धन,प्रलोभन से हिन्दुओं को पतित करता हैं। विदेश से धन एवं स्थानीय धन से संख्या में हिन्दुओं को पतित किया जा रहा हैं। इस पर रोक कब लगेगी? जितने हिन्दू घटेंगे उतना देश विभाजन की ओर जायेगा। धर्मान्तरण का अर्थ हैं राष्ट्रांतरण।
3. लव जिहाद पर रोक कब लगेगी। बॉलीवुड के कारण हमारे घरों की बच्चियों को बहका फुसलाकर पतित किया जा रहा हैं। जिनकी कोख से शिवाजी और प्रताप पैदा होने थे। उनकी कोख से गौरी और गजनी पैदा होंगे। इस सुनियोजित षड़यंत्र पर कब रोक लगेगी?
4. सेक्युलर के नाम पर अल्पसंख्यकों का तुष्टिकरण किया गया। इसी नीति के चलते मौलवियों को मासिक भत्ता दिया जा रहा हैं। बीजेपी के अंतर्गत जिन प्रदेश सरकारों में यह भत्ता दिया जा रहा हैं जैसे की हरियाणा। वहां भत्ता बंद करने की बजाय उसे बढ़ा दिया गया हैं। क्या मंदिरों, गुरुकुलों, संस्कृत विद्यालयों, गुरुद्वारों के पंडितों, शास्त्रियों, आचार्यों, ग्रंथियों को ऐसे भत्ता दिया जाता हैं? नहीं/तो फिर यह तुष्टिकरण क्यों?
5. खाने पीने से लेकर दैनिक उपभोक्ता के समान पर हलाल सर्टिफिकेट के नाम पर अरबों रुपये के गोरखधंधे पर पूरे देश में लगाम कब लगेगी? यह आपकी नाक के नीचे पिछले 10 वर्षों से हो रहा हैं। यह अंधेरगर्दी नहीं तो क्या हैं?
6. बांग्लादेशी-रोहिंग्या अवैध शरणार्थियों को देश से कब निकाला लाएगा? यह हमारे देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए कितना बड़ा खतरा हैं? यह आपसे बेहतर कौन जानता हैं। फिर भी पिछले 10 वर्षों में क्या ठोस कार्यवाही हुई हैं। यह खतरा हमारे सर पर मंडरा रहा हैं। पर हमारी इसे रोकने के लिए क्या तैयारी हैं।
7. वक्फ बोर्ड का कला कानून 2005 में लागु हुआ। जिसके अंतर्गत वक्फ बोर्ड किसी भी सम्पति पर अपना हाथ रख दे। उसकी हो जाएगी। जो उसका मालिकाना हक़ लिए हुए व्यक्ति अथवा संस्था हैं। वह अब संकट में हैं। ऐसा प्रावधान आपने पिछले 10 वर्षों में निरस्त क्यों नहीं किया? यह सरासर प्रॉपर्टी माफिया नहीं तो क्या हैं?
8. जनसंख्या नियंत्रण कानून। आपने लाल किले से यह घोषणा की थी कि जनसंख्या नियंत्रण कानून को पारित किया जायेगा। हमारे देश के संसाधन सीमित हैं। इसलिए उनके बेहतर प्रयोग और विभाजन के लिए जनसँख्या भी सीमित होनी चाहिए।  जब तक यह कानून नहीं बनेगा। तब तक हिन्दुओं के अस्तित्व को सदा के लिए खतरा बना रहेगा।
9. गौरक्षा कानून। 10 वर्षोंसे आप सत्ता में हैं यह कानून अभी तक नहीं बना हैं। हिन्दुओं की पूज्य गौ माता को आप कब तक कसाइयों से कटते देखते रहेंगे?
10. पाठयक्रम का भारतीयकरण। हमारा पाठयक्रम पूर्ण रूप से विदेशी हैं। इसके भारतीयकरण की आवश्यकता हैं। 10 वर्ष बहुत समय होता हैं। आप इसका भारतीयकरण नहीं करेंगे तो आने वाली पीढ़ियां देशभक्त और धार्मिक नहीं बनेगी।
 हम आशा करते हैं कि आप इन जवलंत मुद्दों पर ध्यान देकर उन्हें अतिशीघ्र कार्यान्वित करेंगे।
धन्यवाद
आपको वोट देने वाले राष्ट्रहितैषी हिन्दू।
image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार