शिकागो से रूट्स टू हिन्दी “काव्यांजलि” की दूसरी गोष्ठी 8 जनवरी 2022 को सम्पन्न हुई। इस गोष्ठी का संचालन कैलिफोर्निया से श्रीमती रचना श्रीवास्तव ने किया । सर्वप्रथम रचना जी ने नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए सभी दर्शकों को निम्न पंक्तियों के साथ बधाई दी।
“नए साल में फूल नया खिल जायेगा, चलना शुरू तो करो मंजिल का पता मिल जायेगा”
इनके बाद कार्यक्रम को प्रारंभ करने के लिए शिकागो की ज्योति शर्मा जी को मंच पर आमंत्रित किया गया। ज्योति जी ने अपने मधुर आवाज में गणेश वंदना और सरस्वती वंदना गा कर सभी को मुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए मंच पर कैलिफोर्निया से मनीष वर्मा जी आए और उन्होंने नए वर्ष पर अपनी कविता “ये दुनिया के मंजर रोशन है ऐसे कि बांहे फैलाकर बुलाए मुझे है..” सुनाया। इतनी अच्छी कविता सुनने के बाद अगली कवयित्री कैलिफोर्निया से ही ऋतु प्रिया जी मंच पर आई और उन्होंने माँ भारती को समर्पित एक गीत “भारती मईया तोहे चुनरी उढाईबे…” सुना कर सभी के मन में देशभक्ति के भाव जगा दिए। इसके बाद ऋतु प्रिया जी ने “विजयी विश्व तिरंगा प्यारा” पुस्तक के विषय में जानकारी दी। यह पुस्तक कई कवियों के राष्ट्र प्रेम की कविता को खुद में समेटे हुए हैं, जल्द ही इस पुस्तक का विमोचन होगा।
कार्यक्रम को आगे ले जाते हुए अगली कविता “चिंतन” ज्योति शर्मा जी के द्वारा सुनाई गयी, जो कि देश पर आधारित थी और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के भाव को दर्शाती थी। इतनी सुंदर – सुंदर कविताएं सुनने के बाद रचना श्रीवास्त जी के द्वारा आदरणीय शशि पाधा जी को मंच पर आमंत्रित किया गया और वर्जीनिया से शशि पाधा जी ने नए वर्ष पर अपनी कविता “समयसारिणी” सुनाई जो सभी को बहुत पसंद आई। कविता पाठ करने से पहले पाधा जी ने रूट्स टू हिन्दी को अपना पूर्ण सहयोग देने की बात भी कही।
कार्यक्रम को शानदार बनाते हुए रचना श्रीवस्त जी ने अपनी एक मार्मिक कविता नव वर्ष पर प्रस्तुत की “नव वर्ष तुम आओ तुम्हे आना ही होगा..”
इतने मनमोहक काव्य गोष्ठी की अंतिम प्रस्तुति शुभ्रा ओझा जी की कविता “इस नए साल में…” के द्वारा हुई।
काव्यांजलि की दूसरी गोष्ठी में सम्मिलित हुए सभी सदस्यों शशि पाधा जी, ऋतु प्रिया खरे जी, ज्योति शर्मा जी, मनीष वर्मा जी का धन्यवाद रचना श्रीवास्तव जी द्वारा किया गया।
अंत में शिकागो की शुभ्रा ओझा जी ने रचना श्रीवास्तव जी को सुरुचिपूर्ण कार्यक्रम संचालन के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
काव्यांजलि की इस गोष्ठी का लाइव प्रसारण “रूट्स टू हिन्दी” यू ट्यूब चैनल पर किया गया। अनेक दर्शक लाइव जुड़े और ढ़ेर सारे कमेंट्स के द्वारा सभी कवि गणों का मनोबल बढ़ाया।
सभी कविगण और दर्शकों के सहयोग से रूट्स टू हिन्दी “काव्यांजलि” की दूसरी गोष्ठी सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई।