कोटा। कोविड-19 टीकाकरण अभियान के द्वितीय चरण में गुरूवार को राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के टीकाकरण किया गया। संभागीय आयुक्त कैलाश चन्द मीणा, जिला कलक्टर उज्ज्वल राठौड़ ने कलेक्ट्रेट में आयोजित किए गये सत्र में टीका लगवाकर अभियान का शुभारम्भ किया।
टीकाकरण अभियान के द्वितीय चरण में प्रथम दिवस 681 कार्मिकों के टीककारण का लक्ष्य रखा गया, जिसके विरूद्ध 555 कार्मिकों के टीकाकरण पूर्ण किया जा चुका था। कलेक्ट्रेट में संभागीय आयुक्त व जिला कलक्टर के नर्सिंगकर्मी अनुसुईया मीणा ने टीका लगाया। किसी भी अधिकारी-कर्मचारी के टीकाकरण के बाद किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं देखा गया। कामिकों ने टीकाकरण के बाद पूर्ण उत्साह व पूर्व की भांति नियमित कार्य संपादित किये। इस अवसर पर सभी स्थानों पर चिकित्सा विभाग द्वारा चिकित्सकों की तैनाती के साथ प्रोटोकॉल के अनुसार एम्बूलेंस एवं उपकरण मौके पर मौजूद रखे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भूपेन्द्र सिंह तंवर ने कोविड वैक्सीन की गाईडलाईन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि चरणबद्ध रूप से विभागों का डाटा ऑनलाईन करने के बाद 50 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को टीकाकरण किया जायेगा। इस अवसर पर आरसीएचओ देवेन्द्र झालानी, डॉ. सौरभ शर्मा सहित चिकित्साकर्मी उपस्थित रहे।
टीकाकरण उपयोगी
टीकाकरण के बाद संभागीय आयुक्त ने कहा कि कोरोना काल में लम्बे समय तक सभी कार्मिकों द्वारा अपने दायित्वों का पूरी लगन के साथ निर्वहन किया। कोविड वैक्सीन के आ जाने से कार्मिकों की प्रतिरक्षात्मक क्षमता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि भारत की कोविड वैक्सीन उपयोगी है, अभी तक किसी प्रकार का दुष्प्रभाव देखने में नहीं आये है। वैक्सीन कोरोना की जंग में संजीवनी का काम करेगी, प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों के टीका लगाया जा चुका है। जिले में टीकाकरण के बाद नया उत्साह देखने को मिल रहा है। उन्होंने आने वाले समय में विभागवार टीकाकरण के दौरान सभी विभागों को स्वप्रेरणा से आगे आकर टीकाकरण करवाने का आव्हान किया।
कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं
जिला कलक्टर ने कहा कि टीका लगवाने के बाद किसी भी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव दिखाई नहीं दिया है, वे पूरी तरह स्वस्थ है। उन्होंने कहा कि टीका लगाते समय किसी प्रकार का अहसास नहीं होता, साधारण रूप से टीका लगाने का पता चलता है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार चरणबद्धरूप से विभागवार कार्मिकों का डाटा ऑनलाईन कर टीकाकरण कराया जायेगा। आने वाले समय में गाईडलाईन के अनुरूप वरिष्ठ नागरिकों एवं विभिन्न बिमारियों से प्रभावित नागरिकों के टीकाकरण किया जायेगा। उन्होंने आम नागरिकों को भी आव्हान किया कि किसी भी प्रकार के दुष्प्रचार पर विश्वास नहीं करे, टीका पूरी तरह सुरक्षित है, वक्त आने पर स्वप्रेरणा से टीका लगवायें।
इन्होंने लगवाये टीके
कोविड टीकाकरण अभियान के द्वितीय चरण में संभागीय आयुक्त कैलाश चन्द मीणा, जिला कलक्टर उज्ज्वल राठौड़, अतिरिक्त कलक्टर शहर आरडी मीणा, अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन नरेन्द्र जैन, अतिरिक्त कलक्टर सीलिंग सत्यनारायण अमेठा, उपखण्ड अधिकारी रामगंजमण्डी देसलदान, उपखण्ड अधिकारी संागोद अंजना सहरिया, उपखण्ड अधिकारी दीगोद राजेश डागा, उपखण्ड अधिकारी इटावा रामावतार, सीपीओ जगदीश महावर, संयुक्त निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी मुकेश विजय, उपनिदेशक सूचना प्रौद्योगिकी महेन्द्र पाल, उप निदेशक जनसम्पर्क हरिओम सिंह गुर्जर सहित जिले के सभी तहसीलदारगण व राजस्व विभाग के सभी कार्मिकों ने टीकाकरण करवाया।
82 प्रतिशत टीकाकरण
कोविड टीकाकरण के द्वितीय चरण में गुरूवार को जिलेभर में टीकाकरण उत्साह के साथ करवाया गया। जिले में 9 स्थानों पर टीकाकरण के पांइट बनाये गये, जिनमें कुल 681 कार्मिकों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया, जिसके विरूद्ध 555 कार्मिकों का टीकाकरण किया गया। जिनमें टैगोर हॉल के ऊपर प्रथम तल में लक्ष्य 116 में से 76 के टीकाकरण किया गया। कलेक्ट्रेट के कमरा नं. 63-64 में 100 में से 80 के, टैगोर हॉल में 122 में से 99 के, कलेक्ट्रेट के कमरा नं. 22 में 56 में से 50 के टीकाकरण किया गया। ग्रामीण क्षेत्रोें में सीएचसी रामगंजमण्डी में 67 में से 61 कार्मिकों के, सीएचसी इटावा में 76 में से 57 कार्मिकों के, सीएचसी सांगोद में 43 में से 40 कार्मिकों के, सीएचसी कनवास में 36 में 33 कार्मिकों के एवं पीएचसी दीगोेद में 65 के लक्ष्य के विरूद्ध 59 कार्मिकों के टीकाकरण किया गया।