उ्ज्जैन। ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित करने के उद्देश्य से एकात्म यात्रा का शुभारंभ मंगलवार को हुआ। उज्जैन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 35 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा का शुभारंभ किया। इस अवसर पर श्रीमती साधना सिंह भी उपस्थित थी। समारोह में मुंबई के संन्यास आश्रम के महामंडलेश्वर श्री विश्वेश्वरानंद गिरी जी भी विशेष रूप से उपस्थित थे।
उज्जैन के चार धाम मंदिर के पास मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान साधु-संतों की मौजूदगी में आदि शंकराचार्य को याद करते हुए यात्रा को हरी झंडी दिखाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदि शंकराचार्य के कारण ही भारत देश है। यदि वे नहीं होते तो देश का मौजूदा स्वरूप नहीं होता। इस दौरान उन्होंने नर्मदा संरक्षण और नदियों के संवर्धन की अपील भी की।
35 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा का समापन 22 जनवरी को ओंकारेश्वर में होगा। समापन के मौके आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का शिलान्यास किया जाएगा। 108 फीट ऊंची इस प्रतिमा के लिए यात्रा के दौरान धातु संग्रहण भी किया जाएगा। यात्रा के दौरान 140 जनसंवाद कार्यक्रम भी होंगे।