Saturday, November 23, 2024
spot_img
Homeजियो तो ऐसे जियो50 रुपए की नौकरी के लिए गए विदेश, अब 10,000 करोड़ की...

50 रुपए की नौकरी के लिए गए विदेश, अब 10,000 करोड़ की कंपनी के मालिक

भारत में कई नामी बिजनेसमैन ने कड़े संघर्ष के बाद अपना बड़ा व्यापारिक साम्राज्य खड़ा किया है। इन्हीं नामी बिजनेसमैन्स में से एक हैं.. पुथन नादुवक्कट चेंथमरक्ष मेनन, जिन्होंने मुश्किल हालात में आगे बढ़कर बड़ी सफलता पाई। एक वक्त ऐसा था जब किसान परिवार से आने वाला यह शख्स सिर्फ 50 रुपये का काम करने के लिए विदेश चला गया। रियल एस्टेट कारोबार में बड़ी पहचान बना चुके पुथन नादुवक्कट चेंथमरक्ष मेनन के संघर्ष की कहानी लाखों युवा उद्यमियों को प्रेरित करने वाली है। केरल के पालघाट के रहने वाले पीएनसी मेनन की जिंदगी के शुरुआती वर्ष बेहद कष्टकारी रहे। क्योंकि पिता की मृत्यु हो जाने पर परिवार के सामने वित्तीय संकट आ गया।

संघर्षों से जूझते हुए पीएनसी मेनन ने अपनी पढ़ाई जारी रखी और कड़ी मेहनत की बदौलत अपने सपने को पूरा किया। आइये आपको बताते हैं देश की दिग्गज रियल एस्टेट कंपनी सोभा लिमिटेड के पूर्व चेयरमैन और फाउंडर पीएनसी मेनन कैसे बने मुकद्दर के सिकंदर?

50 रुपए महीने की नौकरी
डीएनए की रिपोर्ट के अनुसार, किसी जमाने में पीएनसी मेनन ने महज 50 रुपये का काम स्वीकार किया और इसे करने के लिए खाड़ी देश ओमान चले गए। वक्त बदला तो मेनन अब 10,000 करोड़ रुपए से ज्यादा की कीमत वाले रियल एस्टेट फर्म के मालिक बन गए। 50 रुपए से 10,000 करोड़ के व्यापारिक साम्राज्य को खड़ा करने के लिए पीएनसी मेनन ने कड़ी मेहनत की।

बीच में छोड़नी पड़ी पढ़ाई
छोटी उम्र से ही मेनन का सफर चुनौतियों से भरा रहा। कम उम्र में उन्होंने अपने पिता को खो दिया। इसके बाद परिवार का भरण-पोषण करने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई। इन मुश्किलों के बावजूद, पीएनसी मेनन ने अपनी पढ़ाई जारी रखी। लेकिन हालात इतने बुरे हो चले कि वित्तीय परेशानियों के कारण उन्हें प्राथमिक शिक्षा के बाद अपनी पढ़ाई छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।

हुनर से बनाई पहचान
इंटीरियर डेकोरेशन के क्षेत्र में कदम रखा और जल्द ही अपने काम से पहचान बनाई। अपने बेहतरीन काम के चलते उन्हें बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स मिलने लगे। उनके करियर में निर्णायक मोड़ 1990 के दशक में आया जब पीएनसी मेनन ने रियल एस्टेट सेक्टर में उभरती संभावनाओं को पहचाना। फिर क्या था 1995 में उन्होंने शोभा डेवलपर्स की नींव रखी। इस कंपनी के जरिए उन्होंने बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में बड़ा नाम कमाया, खासकर ओमान के सुल्तान की कबूस ग्रैंड मस्जिद और अल बुस्तान पैलेस जैसी प्रतिष्ठित बिल्डिंग के निर्माण से विदेशों में भी गहरी छाप छोड़ी।

ओमान के बाद, पीएनसी मेनन ने भारत में भी सोभा लिमिटेड का विस्तार किया। यह कंपनी भारत के 12 राज्यों में रियल एस्टेट सेक्टर में काम करती है। सोभा डेवलपर्स लिमिटेड का मार्केट कैप 10,000 करोड़ रुपए है।

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार