आईएससी बोर्ड की इंटरमीडिएट की परीक्षा कोलकाता के अर्क्य चटर्जी ने टॉप किया है। इन्होंने 400 में 399 अंक प्राप्त किये हैं। इन्होंने 2012 के परीक्षा परिणामों में 398 अंक पाने वाले बच्चे का रिकार्ड भी तो़ड़ दिया।
अर्क्य कोलकाता के विवेकानंद मिशन स्कूल के छात्र हैं। इनकी मार्कशीट आपको चौंका सकती है। इन्हें गणित, कंप्यूटर साइंस और फिजिक्स में 100 में से 100 अंक मिले हैं।
लेकिन अर्क्य को अंग्रेजी ने धोखा दे दिया। यहां उन्हें 100 में से सिर्फ 99 नम्बर ही मिल पाए। केमेस्ट्री में भी उन्हें केवल 99 नम्बर ही मिल पाए। अर्क्य बताते हैं कि जब बोर्ड ने रिजल्ट एनाउंस करते हुए उनका नाम लिया तो उन्हें यकीन ही नहीं हुआ।
अर्क्य को अपने नम्बरों पर विश्वास ही नहीं हो रहा था। उन्होंने परिणाम आने के बाद दो बार अपने मार्क्स कैलकुलेट किए तब जाकर उन्हें यकीन हुआ कि उन्हें 99.75% मार्क्स मिले हैं।
उन्होंने कहा कि मैं बोर्ड की परीक्षाओं के लिए 10 से 12 घंटे पढ़ता था। उन्हें उपन्यासों का भी शौक है। अर्क्य ने बंगाली उपन्यास की श्रृंखला 'फेलुदा' अपने परीक्षाओं के कुछ दिन पहले ही पढ़नी शुरू की थी।
अर्क्य बार्सिलोना फुटबॉल क्लब के भी फैन है। उन्होंने अपने इस सफलता का श्रेय अपने स्कूल को दिया है। इस परीक्षा परिणाम में मुंबई से ही सुगाता चौधरी, अनन्य पटवर्धन और तपन साहू ने 99.20% के साथ टॉप किया है।
आईएससी बोर्ड में परीक्षार्थियों के प्रतिशत में 5 विषयों में से अंग्रेजी तथा तीन और विषय जिनमें छात्र के अच्छे नम्बर आए हैं वो शामिल किया जाते हैं।