Wednesday, December 25, 2024
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Homeश्रद्धांजलिप्रथम पुण्यतिथि पर डॉ. वैदिक स्मरण समारोह का आयोजन

प्रथम पुण्यतिथि पर डॉ. वैदिक स्मरण समारोह का आयोजन

इंदौर। ‘वैदिक साहब हमेशा संबंधों का ख़्याल रखने वाले व्यक्तित्व के धनी रहे, संबंध निभाने में उनका कोई सानी नहीं था, साथ में मातृभाषा के लिए लड़ाई लड़कर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर इंदौर को पहचान दिलाई।
वह मातृभाषा के मज़बूत योद्धा रहे। मेरे जीवन में उनका मार्गदर्शन सदैव मिलता रहा। मानस की चौपाई की तरह निर्मल मन के धनी रहे वैदिक जी। साथ ही, हिंदी पत्रकारिता में अंतरराष्ट्रीय राजनीति को जानने वाले और धोती–कुर्ता पहन कर रहने वाले पत्रकार के रूप में वैदिक जी याद रखे जाएँगे।’ यह बात डॉ. वैदिक स्मरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री, मध्य प्रदेश शासन कैलाश विजयवर्गीय ने कही।

डॉ. वेदप्रताप वैदिक जी के प्रथम पुण्यस्मरण पर इन्दौर प्रेस क्लब, मातृभाषा उन्नयन संस्थान और वैदिक परिवार द्वारा गुरुवार को शाम इन्दौर प्रेस क्लब में डॉ. वैदिक स्मरण समारोह आयोजित किया गया। दीप प्रज्ज्वलन उपरांत अतिथि स्वागत प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी, श्वेतकेतु वैदिक, प्रदीप जोशी, शरद डूंगरवाल ने किया। स्वागत उद्बोधन मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने दिया। समारोह का संचालन प्रो. अखिलेश राव ने व आभार श्वेतकेतु वैदिक ने माना।

अपने वक्तव्य में अरविंद तिवारी ने डॉ. वैदिक को याद करते हुए उन्हें प्रेस क्लब का मार्गदर्शक व दिल्ली में बसा हुआ इन्दौर बताया। विशिष्ट अतिथि प्रो. सरोज कुमार ने कहा कि ‘वैदिक जी के स्वभाव में आँचलिकता थी, वे कलात्मक व्यक्तित्व के धनी रहे। डॉ. वैदिक ख़बर लिखने वाले कम, ख़बर बनने वाले पत्रकार थे।’

समारोह की अध्यक्षता कर रहे डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी ने कहा कि ‘अद्भुत व्यक्तित्व के धनी डॉ. वैदिक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के सरल प्रतिनिधि रहे और कई भाषाओं का उनका ज्ञान और अंतरराष्ट्रीय राजनायकों से उनके संबंध हमेशा भारत को मज़बूत करते रहे। वह भारतीयता का पैकेज थे।’

आयोजन में प्रो. दयानंद तिवारी, गांधीवादी व्यक्तित्व अनिल त्रिवेदी व कमलेश पारे ने भी संबोधित किया। आयोजन में वरिष्ठ पत्रकार कीर्ति राणा, डॉ. पद्मा सिंह, जयसिंह रघुवंशी, चंद्रशेखर शर्मा, सौरभ वैदिक, शिवाजी वैदिक, दीपा व्यास, मुकेश तिवारी, अर्चना मंडलोई, मार्टिन पिंटो, डॉ. सुनीता फड़नीस, कृष्णपाल सिंह जादौन, नाना नागर, आकाश पाठक आदि मौजूद रहे।

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