मुंबई। पश्चिम रेलवे द्वारा अपने लक्ष्यों के अनुरूप ऊर्जा संरक्षण के लिए सुनिश्चित उपायों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए 9 से 15 दिसम्बर, 2020 तक ऊर्जा संरक्षण सप्ताह मनाया गया। महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल के ऊर्जावान नेतृत्व में पश्चिम रेलवे ने लोकोमोटिव, कोच, रेलवे स्टेशन और इसकी इमारतों में लागू विभिन्न उपायों के फलस्वरूप ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन में भारी कमी का उल्लेखनीय योगदान दिया है। श्री कंसल ने ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए पश्चिम रेलवे के प्रधान मुख्य विद्युत अभियंता और उनकी पूरी टीम को हार्दिक बधाई दी और 26 कर्मचारियों को उनके ऊर्जा संरक्षण प्रयासों के लिए सम्मानित किया।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, ऊर्जा संरक्षण सप्ताह के अवसर पर पश्चिम रेलवे मुख्यालय के साथ-साथ पश्चिम रेलवे के सभी छह मंडलों में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। पश्चिम रेलवे के चर्चगेट स्थित मुख्यालय में ऊर्जा संरक्षण पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें सभी छह मंडलों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी वीडियो लिंक के माध्यम से भाग लिया। इस अवसर पर, महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल ने छह डिवीजनों के 26 लोको पायलटों, पर्यवेक्षकों और कर्मचारियों को सम्मानित किया और उन्हें ऊर्जा संरक्षण में उनके योगदान के लिए प्रमाण पत्र प्रदान किया। उन्होंने पश्चिम रेलवे को नई दिशा देने के लिए इस दिशा में प्रयास करने के साथ ही अन्य लोगों को भी परामर्श देने और प्रोत्साहित करने का आह्वान किया। इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने कहा कि “ऊर्जा की बचत ही ऊर्जा का उत्पादन है।” अत: सभी को ऊर्जा संरक्षण की दिशा में योगदान देने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करना चाहिये, क्योंकि हर एक के छोटे प्रयास सामूहिक रूप से पर्यावरण पर बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं। महाप्रबंधक ने विद्युत विभाग द्वारा ऊर्जा संरक्षण के लिए किए गए बहुआयामी प्रयासों की सराहना की और उन्हें आगे भी ऐसी उपलब्धियां हासिल करने के प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने ऑक्यूपेंसी सेंसर का अधिकतम उपयोग लागू करने के लिए, ग्रीन बिल्डिंग के निर्माण तथा ऊर्जा के गैर पारंपरिक स्रोतों जैसे कि सौर ऊर्जा के अधिकतम उपयोग की दिशा में आगे बढ़ने का सुझाव दिया। ऊर्जा संरक्षण उपायों को लागू करने के लिए संबंधित मंडलों द्वारा उठाए गए विभिन्न उपायों को संगोष्ठी के दौरान उनके द्वारा दर्शाया गया। इस अवसर पर महाप्रबंधक श्री कंसल द्वारा ऊर्जा संरक्षण उपायों की एक विवरणिका का विमोचन भी किया गया। ऊर्जा संरक्षण सप्ताह के अलावा, घरों और कार्यालयों में ऊर्जा संरक्षण तकनीकों को दर्शाने वाले कई मुद्रित पर्चे और स्टिकर भी रेलवे अधिकारियों को वितरित किए गए और साथ ही ऊर्जा संरक्षण के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
श्री ठाकुर ने बताया कि राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 14 दिसम्बर को पूरे देश में हर साल मनाया जाता है। इस सप्ताह के दौरान पश्चिम रेलवे द्वारा कई गतिविधियाँ शुरू की गईं जिनमें कर्मचारियों को एसएमएस / व्हाट्सएप संदेश भेजने, वेबसाइट पर स्क्रॉल संदेश चलाने के अलावा ऊर्जा संरक्षण पर क्विज़, डूज़ और डोन्ट्स आदि का व्यापक प्रचार जागरूकता के लिए सुनिश्चित किया गया। इसका उद्देश्य आम जनता के बीच ऊर्जा संरक्षण और ऊर्जा दक्षता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इस दिन का एक अन्य उद्देश्य आम जनता के लिए ऊर्जा दक्षता और संरक्षण में भारत की उपलब्धियों को प्रदर्शित करना है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम रेलवे द्वारा ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्य को ऊर्जा दक्षता ब्यूरो ने विधिवत रूप से स्वीकार कर लिया है और वर्ष 2019 में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार में पश्चिम रेलवे ने परिवहन क्षेत्र में पहला स्थान हासिल किया है।