समाचार पत्र में खबर छपी थी कि “ बुजुर्गों के लिए 1 लाख रुपये के हैल्थ इंश्योरेंस स्कीम “ मोदी सरकार लांच करने जा रही है । यह स्कीम उन लोगों के लिए थी जिन्हें कोई उचित स्वास्थ्य बीमा कवर नहीं मिल प रहा है । बताया गया था कि मोदी सरकार प्रधान मंत्री जन धन योजना और प्रधान मंत्री जीवन बीमा योजना की तर्ज पर 60 साल से अधिक उम्र वालों के लिए योजना अंतिम चरण में है । यह भी जनता को उम्मीद दी गई थी कि इस नई स्कीम को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को लांच कर देंगे । इसमें एक लाख रुपये का सालाना कवर मिलेगा । नभाटा अखबार के हवाले से मालूम पड़ा था कि वित्तीय सेवा विभाग द्वारा तैयार एक नोट में कहा गया था कि स्कीम में सालाना कवर शामिल होगा और यह हर साल रिन्यू होगी । गरीबी रेखा से नीचे के लोगों के लिए 90 फीसदी सब्सिडी सरकार देगी तथा यह पैसा उनके बैंक खातों में ट्रांसफर होगा ।
आज 2 महिना हो जाने के बाद भी इस स्कीम कि कही सुगबुगाहट नहीं सुनाई दे रही है ।या तो वित्तीय सेवा विभाग द्वारा प्रेषित इस योजना के कागजाद गुम हो गए होंगे या यह केवल एक सरकारी शगुफा होगा । प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी यह जन ले कि बुजुर्ग इस समय बड़ी कठिनाई में जी रहे है । उनकी पेंशन का या धरोहर पर मिलने वाले ब्याज का बड़ा हिस्सा उनकी दवाइयों पर खर्चा हो रहा है , ऐसे में जीवन जीना दूभर हो रहा है । इस नई स्कीम से थोड़ी आशा बंधी थी पर वो भी सरकारी अँधियारे कि गली में कहीं खो गई । बुजुर्ग चाहते है कि यदि प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को थोड़ा समय निकाल कर उनके द्वारा किये गए वादों कि समीक्षा करना चाहिए । वैसे भी बुजुर्गों का कहना है कि प्रधान मंत्री बुजुर्गो के प्रति संवेदनशील नहीं है , जबकि देश में 10.5 करोड़ बुजुर्ग है । इसका पैसा सरकार को अतिरिक्त बोझ सह कर भी नहीं उठाना पड़ेगा । श्री अरूण जेटली जी ने केंद्रीय बजट 2015/2016 में घोषणा की थी कि सरकार प्रोवेडेंट फण्ड्स में जमा बगैर दावे वाले पैसे का इस्तेमाल करते हुये वरिष्ठ नागरिक कल्याण फंड कि स्थापना करेगी और ‘ संवेदनशील ग्रुप ‘ जैसे वरिष्ठ नागरिकों द्वारा भुगतान किये जाने वाले प्रीमियम पर सब्सिडी देगी । अब कहाँ है वह रुपया , क्यों नहीं बुजुर्गों पर खर्च किया जाता ।
अशोक भाटिया
सेक्रेटरी वसई ईस्ट सीनियर सिटिज़न एसोशिएशन
अ /001 वैंचर अपार्टमेंट, वसंत नगरी
वसई पूर्व जिला पालघर-401208
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