Saturday, April 27, 2024
spot_img
Homeराजनीतितब ममता ने बंगलादेशियों के मुद्दे पर संसद में हंगामा कर दिया...

तब ममता ने बंगलादेशियों के मुद्दे पर संसद में हंगामा कर दिया था

आज बांग्लादेशी घुसपैठियों की हितैषी बनकर देश में खूनखराबे और गृहयुद्ध की धमकी देने वाली तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की यह राय इस मुद्दे पर हमेशा से नहीं थी। ममता के विचार बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर पहले कुछ अलग थे। 4 अगस्त 2005 में इन्हीं ममता बनर्जी ने लोकसभा में घुसपैठ के ही मुद्दे पर बोलने की इजाजत नहीं मिलने पर भारी हंगामा किया था।

करीब 13 साल पहले पश्चिम बंगाल में अवैध बांग्लादेशियों की घुसपैठ के खिलाफ ममता बनर्जी लोकसभा में बोलना चाहती थीं। लेकिन तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटजी ने उन्हें बोलने की इजाजत नहीं दी थी।

इससे नाराज होकर ममता ने सदन की कार्यवाही संभाल रहे लोकसभा के उपाध्यक्ष चरणजीत सिंह अटवाल के करीब वेल में जाकर उन पर कागज फाड़कर फेंक दिए थे। उसके बाद सदन स्थगित कर दिया गया था। इस दौरान सत्तारूढ़ यूपीए सरकार और विपक्षी सदस्यों में तीखी झड़प हो गई।

इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सोमनाथ चटर्जी ने ममता बनर्जी से माफी मांगने को कहा। उन्होंने बताया कि नाराज ममता बनर्जी ने इस्तीफा दे दिया था जिसे सदन ने स्वीकार नहीं किया है। अपने इस्तीफे में ममता ने लोकसभा अध्यक्ष को संबोधित करते हुए कहा था कि उन्हें बोलने नहीं देने कारण उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा है।

image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार