Thursday, January 2, 2025
spot_img
Homeदुनिया मेरे आगेनिविडिया : कंपनी जिसका बाज़ार पूँजीकरण भारत की सकल घरेलू उत्पाद के...

निविडिया : कंपनी जिसका बाज़ार पूँजीकरण भारत की सकल घरेलू उत्पाद के बराबर है

पिछले पखवाड़े कैलिफ़ोर्निया अपने प्रवास के दौरान निविडिया कंपनी का नाम सुना , इसका मुख्यालय इस राज्य के दक्षिणी भाग के सैंटा क्लारा नगर में है । आप हैरान हो जाएँगे जिस कंपनी का नाम और उसके मुख्य व्यवसाय का मेरे जैसे अधिकांश भारतीय लोगों को पता भी नहीं है उस का बाज़ार पूँजीकरण भारत की सकल घरेलू उत्पाद के बराबर है और पिछले एक वर्ष में इसका शेयर प्राइस उछल कर दो सौ प्रतिशत हो चुका है।

कंपनी उस छोटे से चिप के डिज़ाइन और उत्पाद से जुड़ी है जिस पर AI यानि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बुनियाद टिकी हुई है , अगर सब कुछ ऐसा ही चलता रहा तो AI दुनिया के रहन सहन और कामकाज के तरीक़े में आमूल चूल परिवर्तन करने जा रही है । जो लोग भी कंप्यूटर जैसी डिवाइस पर काम करते हैं वे जानते हैं कि उन डिवाइस और उस पर चल रहे सॉफ्टवेयर का संचालन सीपीयू यानी सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट चिप करता है , इस चिप को इंटेल और एएमडी जैसी कंपनी बना कर दुनिया की सबसे संपन्न कंपनी बन गई हैं।

इस बीच निविडिया कंपनी ने ग्राफ़िक्स प्रोसेसिंग यूनिट (GPUs) बनाने में महारथ हासिल कर ली, आप पूछेंगे कि CPU और GPU में आख़िर फ़र्क़ क्या है ? जैसा कि नाम से ज़ाहिर है GPU चिप तस्वीरों के प्रोसेसिंग में बेहतर तरीक़े से काम करता है इसी लिए इसका इस्तेमाल वीडियो और कंप्यूटर गेम्स की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए किया गया , बाद में यह पाया गया कि यह चिप इमेज के साथ ही साथ गणना का काम भी बेहतर तरीक़े से कर लेता है जो CPU चिप के लिए संभव नहीं है। यह भी पाया गया कि GPU ऊर्जा बचाने और गणना की बढ़ती चुनौतियों से निपटने में भी कही बेहतर सक्षम है। सभी बड़े चिप निर्माताओं ने GPU की बेहतर संभावना को ध्यान में रखते हुए इसका उत्पादन शुरू कर दिया है लेकिन क्योंकि निविडिया इस क्षेत्र में कहीं पहले से स्थापित हो चुकी है इसका उसको अन्य प्रतियोगियों की तुलना में बहुत लाभ मिला है, यही नहीं निविडिया की सप्लाई चैन कहीं बेहतर है और उसकी उत्पादन क्षमता, गुणवत्ता और विश्वसनीयता प्रतियोगियों से कहीं अधिक है।

उदाहरण के लिए कार और अन्य ऑटो व्हीकल निर्माता चालक की सहायता के लिए कार में लगने वाले सॉफ्टवेयर के लिए निविडिया चिप्स इस्तेमाल कर रहे हैं कार में लगे सेंसर से मिलने वाली सूचना का पलक झपकते ही विश्लेषण कर देते हैं। टेस्ला अपने सारे वाहनों में केवल निविडिया हार्डवेयर का इस्तेमाल करती है ।

गए बुधवार को निविडिया ने जो वित्तीय परिणाम जारी किए उसके मुताबिक़ अब इस कंपनी का बाज़ार पूँजीकारण यानि मार्केट कैपिटलाइज़ेशन तीन ट्रिलियन डॉलर हो चुका है और यह अमेरिकी बाज़ार में ऐपल को पीछे छोड़ कर दूसरी सबसे कंपनी बन गई है , नंबर वन माइक्रोसॉफ़्ट से अब यह कुछ ही पीछे रह गई है। यही नहीं पिछले बारह महीने में इसके शेयर की क़ीमत दुगनी हो चुकी है।

आइये अब जानते हैं इस कंपनी की सफलता के पीछे कौन है। जेनसेन हुआंग इस कंपनी के मुखिया हैं उन्होंने 1993 में एक मध्यम श्रेणी के रोड साइड रेस्टोरेंट डेनी’ज में अपने मित्र कर्टिस प्रियोम और क्रिस मालावोवस्की के साथ की थी। जेनसेन ताइवान से अमेरिका आये एक विस्थापित परिवार में जन्मे , शिक्षा ऑरेगन और स्टैनफ़ोर्ड में ली , प्रारंभ में चिप बनाने वाली कंपनी एएमडी में काम किया। मैंने हाल ही में उनका CNBC पर साक्षात्कार देखा जिसमें उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय कौशल और भाग्य दोनों को दिया । उनकी बात बिलकुल सही है, क्योंकि 2020 तक तो चिप बनाने के मामले में इंटेल नंबर वन थी तभी करोना ने दस्तक दे दे , इस महामारी के कारण घरों से बैठ कर काम करना शुरू किया , रिमोट काम बढ़ा तो डेटा सेंटर की माँग अचानक बहुत बढ़ गई जो क्लाउड आधारित कंप्यूटिंग को दक्षता पूर्वक संचालित और नियंत्रित कर सकें , महामारी के चलते घर में बैठे लोगों के बीच वीडियो गेम की मांग भी खूब बढ़ी । इन के कारण GPU चिप्स की एक तरह से क्रांति हो गई , AI का प्रवेश घर घर में हो गया जिसके कारण निविडिया का व्यवसाय कई गुना बढ़ गया।

यही वो दौर था जब सिलिकान घाटी में बैठे महारथियों को लगा कि आगे की दुनिया AI की है उसके बग़ैर कंपनियों के कामकाज में क्रांतिकारी परिवर्तन संभव नहीं है। निविडिया ने उस ज़रूरत को समझा और AI के ज़रिए विशाल गणनन क्षमता को हैंडल करने वाली प्रक्रिया के लिए आधार प्रदान किया।

निविडिया मुख्यालय सेंटा क्लारा में है , इस छोटे से खूबसूरत शहर की आबादी मात्र एक लाख बीस हज़ार है , लेकिन यहाँ निविडिया केवल चिप के शोध और विकास का काम करती है , उत्पादन की पूरी प्रक्रिया ताइवान की सेमीकंडक्टर मैन्यूफ़ैक्चरिंग फ़ाउंड्री में संपन्न होती है।

(लेखक स्टेट बैंक के सेवा निवृत्त अधिकारी हैं और इन दिनों अमरीका यात्रा पर हैं)

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार