कोटा 6 नवम्बर । राजस्थान सिन्धी अकादमी प्रशासक एवं जयपुर संभागीय आयुक्त श्रीमती रश्मि गुप्ता ने बताया कि अकादमी की पाण्डुलिपि प्रकाशन सहयोग योजना में राज्यभर के साहित्यकारों द्वारा प्रस्तुत पाण्डुलिपियों में से 6 श्रेष्ठ पाण्डुलिपियों का चयन किया गया है इसमें कोटा के वरिष्ठ साहित्यकार किशन रतनानी का कहानी संग्रह तुलसी भी शामिल है। तुलसी कहानी संग्रह रतनानी की नई 11 सिंधी कहानियों का संग्रह है।
उल्लेखनीय है कि कोटा के किशन रतनानी भारतीय सूचना सेवा के वरिष्ठ अधिकारी और प्रधानमंत्री कार्यालय में पूर्व निदेशक के पदस्थापित रहे हैं।
किशन रतनानी के अब तक कुल 15 कहानी व एकांकी संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं जिसमें से चार पुस्तकों पर उन्हें राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है ।
अकादमी सचिव योगेन्द्र गुरनानी ने बताया कि अन्य श्रेष्ठ चयनित पाण्डुलिपियों में जयपुर के वरिष्ठ साहित्यकार श्री भगवान अटलानी की पाण्डुलिपि ’’दहशत’’,अजमेर की डा.कमला गोकलानी की पाण्डुलिपि ’’मेरी नजर में’’, अजमेर के डा.सुरेश बबलानी की पाण्डुलिपि ’’सिन्धी बोली ऐं लिपिअ जो इतिहास’’, अजमेर के डा.प्रताप पिंजानी की पाण्डुलिपि ’’विक्रम उर्वशी’’ एवं अजमेर के ही श्री प्रकाश तेजवानी की पाण्डुलिपि ’’सिन्धी व्याकरण’’ सम्मिलित हैं।