क्यूआर कोड से पैन वेरिफिकेशन आसान हो जाएगा। इसके अलावा, इसकी मदद से टैक्सपेयर्स की जानकारी को जल्दी एक्सेस और वेरीफाई किया जा सकता है।
मोदी सरकार ने पैन कार्ड (PAN Card) को अपग्रेड करने की योजना को मंजूरी दे दी है। इसे PAN 2.0 प्रोजेक्ट का नाम दिया गया है। इस पहल के तहत, सरकार टैक्सपेयर्स को क्यूआर कोड (QR Code) से लैस नए पैन कार्ड जारी करेगी। ऐसे में आपके मन में कई सवाल उठ रहे होंगे जैसे कि नए अपडेट के बाद पुराना पैन कार्ड काम करेगा या नहीं? क्यूआर कोड वाले पैन कार्ड की क्या खासियत है? इसमें क्या-क्या सुविधा मिलेगी? नया वाला पैन कार्ड कैसे बनेगा? इसके लिए कितना चार्ज लगेगा? आइए एक-एक करके इन सभी सवालों का जवाब जानते है…
QR Code वाले PAN Card की खासियत
PAN 2.0 पहले के तहत, सरकार अब क्यूआर कोड से लैस नए पैन कार्ड जारी करेगी। क्यूआर कोड से पैन वेरिफिकेशन आसान हो जाएगा। इसके अलावा, इसकी मदद से टैक्सपेयर्स की जानकारी को जल्दी एक्सेस और वेरीफाई किया जा सकता है। क्यूआर कोड के कारण यह पूरा प्रोसेस ऑनलाइन हो जाएगा। बता दें कि हाल के वर्षों में आयकर विभाग द्वारा पहले से ही पैन कार्ड पर क्यूआर कोड जोड़ा जा रहा है।
अगर आपका पैन कार्ड पहले से बना हुआ है तो आपको फिर से नया पैन कार्ड बनवाने की कोई जरूरत नहीं है। सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पैन 2.0 परियोजना शुरू होने के बाद भी व्यक्तियों और व्यवसायों के पास मौजूदा पैन वैध रहेगा और उन्हें अपना पुराना नंबर बदलने की कोई जरूरत नहीं होगी।
हां, नए अपडेट के बाद भी पुराना पैन कार्ड काम करते रहेगा।
कैसे मिलेगा QR Code से लैस नया पैन कार्ड?
PAN 2.0 प्रोजेक्ट के तहत, सरकार न सिर्फ पैन कार्ड बल्कि पूरे सिस्टम को ही अपग्रेड करने जा रही है। इसलिए मौजूदा पैन होल्डर्स को सरकारी की तरफ से ही नया पैन कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए आपको अप्लाई करने की कोई जरूरत नहीं है।
पैन अपग्रेडेशन के लिए क्या देना होगा कोई चार्ज?
नहीं, पैन अपग्रेडेशन फ्री में होगा। इसके लिए पैन होल्डर्स को किसी भी प्रकार को कोई भुगतान करने की जरूरत नहीं है।
PAN 2.0 क्या है?
पैन 2.0 स्थायी खाता संख्या (Permanent Account Number) सिस्टम को अपग्रेड करने की एक बड़ी पहल है। इसका फोकस टैक्सपेयर्स के लिए एक सहज और डिजिटल अनुभव प्रदान करने पर केंद्रित है। इस पहल के तहत, पैन/टैन से जुड़ी सभी मुख्य और गैर-मुख्य सेवाओं को एकीकृत कर एक पेपरलेस प्लेटफॉर्म तैयार किया जाएगा। पैन 2.0 सिस्टम पैन से जुड़ी सभी सेवाओं के लिए एक केंद्रीयकृत पोर्टल (centralised portal) और यूजर्स डेटा की सुरक्षा के लिए एडवांस साइबर सुरक्षा सुविधाएं प्रदान करेगी।