जवाई से मिली नई पहचान, राजस्थान पर्यटन में अब वक्त गोड़वाड़ का
जयपुर। राजस्थान के पाली, जालौर और सिरोही जिलों के बिल्कुल मध्य में फैले गोड़वाड़ और जवाई इलाके को इंटरनेशनल ट्रेवल डेस्टिनेशन के रुप में नई पहचान मिल रही है और राजस्थान पर्यटन में आने वाला वक्त गोड़वाड़ का दिख रहा है। जवाई टूरिज्म सर्किट का यह इलाका अपनी ऐतिहासिक समृद्धि, प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक वैभव के लिए भी प्रसिद्ध है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार इस इलाके को विश्व पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए व्यापक प्रचारित कर रही है, तो सरकारी स्तर पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कार्यकाल में गोड़वाड़ में पर्यटन विकास के काफी प्रयास हुये। पाली के सांसद पीपी चौधरी केन्द्र सरकार से सहयोग के प्रयास कर रहे है, तो राज्यसभा सांसद नीरज डांगी भी बीते 5 साल से इस काम में लगे हैं। राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष के रुप में धर्मेन्द्र राठौड सहित राजनीतिक विश्लेषक निरंजन परिहार और पर्यटन व्यवसायी अभिमन्यु सिंह के लगभग एक दशक से गोड़वाड़ में पर्यटन विकास हेतु किए जा रहे प्रयास अब रंग ला रहे हैं।
जवाई पर्यटन के आईने में गोड़वाड़ के चमकदार भविष्य की संभावनाओं को रेखांकित करते हुए राज्यसभा सांसद नीरज डांगी का कहना है कि विभिन्न सहायक व्यावसायिक पहलुओं का भी तेजी से विस्तार और विकास हुआ है और आगे भी होता रहेगा। राजस्थान पर्यटन विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड कहते हैं कि गोड़वाड़ और जवाई को अब वैश्विक स्तर पर पहचान मिल रही है। दुनिया के विभिन्न देशों से गोड़वाड़ में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ रही है, शानदार होटल और रिसॉर्ट्स विकसित हो रहे हैं और जंगलों की रौनक बढ़ रही है। राजस्थान के तीन बार मुख्यमंत्री रहे अशोक गहलोत को गोड़वाड़ के पर्यटन विकास का श्रेय देते हुए राजनीतिक विश्लेषक निरंजन परिहार कहते हैं कि जवाई इलाके में पर्यटन विकास से यहां की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिला है, डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए भी यह इलाका नया आकर्षण बनकर उभरा है। परिहार बताते हैं कि पर्यटन विभाग ने भी जवाई को इंटरनेशनल लेवल पर हाल ही में तोजी से प्रचारित करना शुरू किया है। पर्यटन व्यवसायी और कांग्रेस नेता ठाकुर अभिमन्यु सिंह फालना कहते हैं कि गोड़वाड़ ऐतिहासिक स्थलों और मंदिरों का इलाका है, जहां विकसित होते होटल और रिसॉर्ट्स तथा पर्यटकों के आवास में तब्दील होते हवेलियां और ठाकुरों के राजपूती शान के रावळों के साथ साथ जवाई लेपर्ड सफारी ने गोड़वाड़ को नई पहचान दी है।
अरावली पर्वत श्रृंखलाओं से घिरे गोड़वाड़ में पर्यटन बहुत तेजी से उभरा है। यहां के ऐतिहासिक स्थल, मंदिर, हवेलियां, और जवाई इलाके के जंगल और लेपर्ड सफारी पर्यटकों को आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। सादड़ी, राणकपुर, सांडेराव, सुमेरपुर, शिवगंज, कांबेश्वरजी, बेड़ा, भंदर, बीजापुर, पैरवा, दांतीवाड़ा, फालना, व बाली इलाकों में आधुनिक सुविधाओं वाले होटल तथा रिसॉर्ट्स तथा कैंप से विकसित हो रहे नए पर्यटन रुझानों ने गोड़वाड़ को एक लोकप्रिय गंतव्य के रूप में स्थापित किया है। इसी कारण अक्षय कुमार, आलिया भट्ट, रणबीर कपूर, कटरीना कैफ, विकी कोशल, अल्लू अरविंद, शाहरुख खान, उर्फी जावेद जैसे नामी फिल्मी सितारे भी लगातार जवाई और गोड़वाड़ की तरफ आकर्षित हो रहे हैं।
गोड़वाड़ को भारत के सबसे महंगे टैंट कॉटेजेज वाली टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में भी हाल ही में नई पहचान मिली है। राणकपुर – सादड़ी में द ग्रांड अरावली रिसॉर्ट्स के संस्थापक लालसिंह राजपुरोहित आने वाले कुछ सालों में इस इलाके को टूरिस्ट के लिए शानदार इंटरनेशनल डेस्टिनेशन के रूप में विकसित होने को लेकर काफी आश्वस्त हैं। राजपुरोहित कहते हैं कि बॉलीवुड सितारों की आवाजाही से जवाई व राणकपुर इलाके को नया बूस्ट अप मिला है। सांसद पीपी चौधरी का कहना है कि इस इलाके के पर्यटन विकास में जो पिछली सरकार ने जो भूमिका निभाई, उससे भी आगे बढकर भजनलाल सरकार जवाई और गोड़वाड़ पर ध्यान दे रही है, एवं वे स्वयं भी प्रयासरत हैं, इससे पर्यटन विकास को नई गति मिल रही है एवं रोजगार के अवसर भी बड़े पैमाने विकसित हो रहे है।