Sunday, November 24, 2024
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13 साल के अक्षतमित्तल ने खोजा दिल्ली की सम-विषम कारों के नंबर का दोरदार फार्मूला

नोएडा के एक स्कूल में पढ़ने वाले 13 वर्षीय छात्र ने एकऑड-ईवन योजना का सामना करने के लिए उपाय खोज लिया है। अक्षत मित्तल नाम के इस छात्र ने एक वेबसाइट बनाई है जो कि लोगों के बीच कार पूलिंग को आसान बनाएगी।

ऐसे समय में जब कि कार मालिक दिल्ली सरकार केऑड-ईवन नियम को लेकर संभावित दिक्कतों के बारे में चिंता जता रहे हैं, नोएडा के सेक्टर 44 में एमिटी इंटरनैशनल स्कूल के 8वीं कक्षा के छात्र अक्षत ने यह वेबसाइट बनाकर लोगों की परेशानी कम करने की कोशिश की है। अक्षत की वेवसाइट, http:www.odd-even.com, लोगों के लिए काफी मददगार साबित हो सकती है।

उपभोक्ताओं को केवल इस वेबसाइट पर खुद का पंजीकरण करना होगा। साथ ही, उन्हें अपना नाम, उम्र, मोबाइल नंबर और अगर उनके पास अपनी गाड़ी है को उसका पंजीकरण नंबर जैसी जानकारी भी उपभोक्ता को देनी होगी। वह वेबसाइट पर कार पूलिंग के लिए अपनी लैंगिक वरीयता भी चुन सकते हैं। जैसे अगर किसी को कार पूलिंग में पुरुष सहयात्री चाहिए, तो वह वेबसाइट पर यह विकल्प वरीयता चुन सकता है।

इसके अलावा, उपभोक्ता एक तरफ की यात्रा करना चाहते हैं या फिर दोनों तरफ की यात्रा के लिए कार पूल करना चाहते हैं, उन्हें यह विकल्प चुनने का भी मौका मिलेगा। इसके बाद उपभोक्ताओं को अपनी यात्रा की शुरुआत की जगह और वह जहां जाना चाहते हैं, यह बताना होगा। उनकी दी गई इन जानकारियों के आधार पर वेबसाइट अन्य पंजीकृत उपभोक्ताओं में से उनके अनुकूल सहयात्री की तलाश करेगा।

अक्षत ने बताया कि उसके द्वारा तैयार की गई वेबसाइट इस्तेमाल करने के लिए काफी आसान है। उन्होंने कहा कि वेबसाइट कई फिल्टरों का इस्तेमाल कर लोगों द्वारा दी गई जानकारी व वरीयता के मुताबिक एक ही जगह व रूट का इस्तेमाल करने वाले लोगों को आपस में जोड़ेगा और लोगों को कार पूलिंग का बेहतर विकल्प देगा। वेबसाइट शुरू हो चुकी है और अक्षत इसका मोबाइल ऐप भी जारी करने की योजना बना रहे हैं।

उन्होंने बताया, ‘दिल्ली सरकार द्वारा ऑड-ईवन योजना की घोषणा के बाद जिनके पास केवल एक ही कार थी, उन पर असर पड़ता। मैंने लोगों की दिक्कतों के बारे में सोचा। मैंने सोचा कि लोगों के सामने किस-किस तरह की दिक्कतें पेश आ सकती हैं। मैंने जो वेबसाइट बनाई है वह ऐल्गोरिदम पर काम करेगा। यह उम्र, लिंग, व्यवसाय और यात्रा करने के समय का ध्यान रखते हुए विकल्प सुझाएगा।’

साभार- टाईम्स ऑफ इंडिया से

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