Monthly Archives: December, 2015
पश्चिम रेलवे पर मनाया गया महापरिनिर्वाण दिवस
पश्चिम रेलवे पर हाल ही में डॉ. भीमराव आंबेडकर का 59 वाँ महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया। चर्चगेट स्थित प्रधान कार्यालय में आयोजित समारोह की अध्यक्षता पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री जी सी अग्रवाल ने की।उन्होंने डॉ. आंबेडकर के भारतीय समाज के उत्थान एवं देश निर्माण के लिए किये गये बहु प्रयासों की सराहना की।
गोआ-मुंबई को रेल मंत्री श्री प्रभु की एक और भेंट
देश की पहली रविवार को गोवा-मुंबई रूट पर चली। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रविवार को प्रथम गोवा-मुंबई डबल डेकर वातानुकूलित शताब्दी ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रेलगाड़ी गोवा के मडगांव स्टेशन और मुंबई के लोकमान्य तिलक स्टेशन के बीच सप्ताह में तीन फेरे लेगी।
अमिताभ ने स्वीकारा ‘कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती’ रचना बच्चन की नहीं
रोहित कुमार - 0
'कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती' बहुत सशक्त रचना है। इस रचना को हरिवंशराय बच्चन की रचना के रूप में प्रचारित किया जाता रहा है।
शायरी व ग़ज़ल से अभिभूत करती एक शाम ‘सोच से साज़-ओ-आवाज़ तक’
दिसम्बर का महीना शुरू हुआ और तापमान में गिरावट के साथ दिल्ली की गुलाबी शाम ठंड की गिरफ्त में घिर पड़ी हैं। ऐसे में तरह तरह के रंगा-रंग कार्यक्रम दिल्लीवासियों व कला के शौकीनों को मौका प्रदान कर रहे हैं अपनी ही तरह से मौसम के मिज़ाज का लुत्फ उठाने का। ऐसे ही विभिन्न रंगों के बीच रविवार की शाम इंडिया हैबीटेट सेंटर में मौसिकी की एक महफिल सजी की तालियों की गड़गड़ाहट और वाह-वाही का समां रोके नहीं रूका।
साहित्यिक समाज की दशा, दिशा और चुनौतियां : ‘जमाने में हम’
निर्मला जैन की आत्मकथा ‘जमाने में हम’ के मिलते ही मैंने उसे दो दिनों में ही पढ़ डाला. लेकिन उन्हें पढ़ते हुए कहीं भी ऐसा नहीं लगा कि में उनके व्यक्तित्व और लेखन किसी भी विमर्श की सीमाओं में बांध सकता हूँ. .यह पुस्तक इतनी विविधता , सृजनात्मकता, विस्तार और गहराई लिए हुए है कि पाठक इस आत्मकथा की रौशनी में साहित्य समाज की अवधारणा, भ्रम, प्रश्न, दशा, दिशा और उसकी चुनोतियों को सहजता से समझा जा सकता है.
रेल्वे में रोज जारी हो रहे है तुगलगी फरमान
अशोक भाटिया - 0
पहले रेल्वे में जो भी पॉलिसी मैटर में बदलाव होता था वो आम बजट के समय जारी किया जाता था । पर आज कल तो किसी भी समय रेल्वे के कानून में बदलाव लाया जाता है । हर नया रेल मंत्री जनता को प्रयोग शाला समझ लेता है व नए -नए कानून लागू कर अपनी प्रयोग शाला जारी रखता है ।
सोना उगलने वाली जमीन रासायनिक खाद की वजह से ज़हर उगल रही है
रासायनिक खादों और कीटनाशकों के ज्यादा इस्तेमाल से न सिर्फ इन्सान और जीव-जन्तुओं की सेहत पर असर पड़ रहा है, बल्कि जमीन के उपजाऊपन में भी कमी आ रही है। सरकार अपनी कृषि नीतियों का पुनरावलोकन करे। साथ ही, आधुनिक कृषि प्रणाली के फायदे और नुकसान का सही-सही जायजा ले।
इकबाल समारोह के अवसर पर चित्रकला और बेतबाज़ी का आयोजन
इकबाल मरकज मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी, संस्कृति विभाग के तत्वावधान में मुल्ला रमूजी संस्कृति भवन में आयोजित इकबाल समारोह में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिसमें कक्षा पांचवीं से आठवीं तक की वर्ग अ टीम ने विषय हिमालय पर चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार अंजली बारिया ने रूपये 2,000/- का द्वितीय पुरस्कार आलिया असलम ने रूपये 1,500/- का, तृतीय पुरस्कार अबान अली ने रूपये 1,000/- का जीता इसके अतिरिक्त पाँच अन्य प्रतियोगियों ने रूपये पाँच-पाँच सौ के विशेष पुरस्कार जीते ।
राजस्थान के प्रोफेसर की लिखी इस किताब की कीमत है 8.50 लाख रु.
जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डाॅ. एमपी डोबाल ने कैंसर पर दो खंडों में एक किताब लिखी है, जिसकी कीमत 8.50 लाख रूपए है।
नकली दवाइयां बनाने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग
नई दिल्ली/ आईबीएन 7 द्वारा प्रसारित ऑपरेशन ‘यमराज’ के बाद पूरे देश में नकली दवा बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग उठने लगी है। इस संदर्भ में स्वस्थ भारत अभियान ने स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि जल्द से जल्द दोषियों को पकड़ कर उनको सजा दी जाए।