Tuesday, May 21, 2024
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Monthly Archives: January, 2018

मतदान प्रतिशत बढ़ाने में स्वीप प्लान की अहम भूमिका

मतदाता जागरूकता अभियान का असर देखिये कि विगत वर्षों के दौरान मतदाता पंजीकरण,विशेषकर युवाओं में बहुत तेजी से बढ़ता गया है। 2010 के बाद हुए लगभग सभी राज्य विधानसभा चुनावों में बड़ी संख्या में मतदाता वोट डालने आये। इनमें युवाओं और महिलाओं की भागीदारी अधिक रही। निर्वाचन प्रबंध प्रक्रिया के केन्द्र में मतदाता पंजीकरण तथा निर्वाचक शिक्षा हैं, लेकिन गुणवत्ता तथा मात्रा की दृष्टि से भारत में मतदाता भागीदारी आदर्श भागीदारी वाले लोकतंत्र से अभी भी दूर है। इसे एक चुनौती के रूप में लेने की ज़रुरत ही नहीं, बल्कि ज़मीनी और विश्वसनीय प्रयासों से इस दूरी को पाटने की पहल भी ज़रूरी है। लेकिन, स्वीप प्लान इस दिशा में प्रभावी भूमिका का निर्वहन कर रहा है।

ऐश्वर्या, सानिया, सिंधू के साथ मिला सम्मान

राजस्थान की पहली महिला कुली मंजू ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि आजीविका कमाने के लिए पुरुषों के वर्चस्व वाले पेशे में काम करने की उसकी विवशता उसे एक दिन ऐश्वर्या राय बच्चन और 90 अन्य महिलाओं के साथ राष्ट्रपति भवन पहुंचा देगी.

पाञ्चजन्य और ऑर्गेनाईज़र ने 70 साल पूरे किए

पाञ्चजन्य और ऑर्गनाइजर, दोनों ने 70 साल पूरे कर लिए हैं। इस मौके पर देश की राजधानी दिल्ली में दोनों के विशेष संस्करण का लोकार्पण किया गया। इस मौके पर संघ परिवार के दिग्ग्जों के बीच सूचना-प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने आरएसएस के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य के साथ इस विशेष संस्करण का लोकार्पण किया।

शौक की सेल्फी का जानलेवा होना

विश्व की उभरती हुई गंभीर समस्याओं में प्रमुख है मोबाइल कैमरे के जरिए सेल्फी लेना। इन दिनों मोबाइल कैमरे के जरिए सेल्फी यानी अपनी तस्वीर खुद उतारने के शौक के जानलेवा साबित होने की खबरें आए दिन सुनने को मिल रही हैं। नई पीढ़ी इस जाल में बुरी तरह कैद हो गयी है। आज हर कोई रोमांचक, हैरानी में डालने वाली एवं विस्मयकारी सेल्फी लेने के चक्कर में अपनी जान की भी परवाह नहीं कर रहे हैं। कोई जल में छलांग लगाते हुए तो कोई सांप के साथ, कोई शेर, बाघ, चीता के साथ तो कोई हवा में झुलते हुए, कोई आग से खेलते हुए तो कोई मोटरसाईकिल पर करतब दिखाते हुए सेल्फी लेने के लिये अपनी जान गंवा चुके हैं। लेकिन इसी मंगलवार को ओड़िशा के रायगढ़ जिले में सेल्फी लेने के क्रम में एक महिला और उसके बेटे की दर्दनाक मौत हो गई। लेकिन हैरानी की बात यह है कि लोग ऐसी घटनाओं से कोई सबक नहीं लेते और सरकारें भी मूकदर्शक बन इन हादसों को देख रही है।

शिक्षा के मन्दिरों में बच्चे हिंसक क्यों बन रहे हैं?

नये भारत के निर्माण की नींव में बैठा इंसान सिर्फ हिंसा की भाषा में सोचता है, उसी भाषा मेें बोलता है और उससे कैसे मानव जाति को नष्ट किया जा सके, इसका अन्वेषण करता है। बदलते परिवेश, बदलते मनुज-मन की वृत्तियों ने उसका यह विश्वास और अधिक मजबूत कर दिया कि हिंसा हमारी नियति है, क्योंकि हमने इसे चाहा है। इस चाह के तहत ही आज बड़े ही नहीं, बल्कि हमारे बच्चों का ऐसा व्यक्तित्व उभरकर सामने आया है कि कभी गुरुग्राम तो कभी हैदराबाद और कभी लखनऊ तो अब यमुनानगर की त्रासद एवं बर्बरतापूर्ण घटनाएं। गुरुग्राम में एक किशोर स्कूल के बाथरूम में किसी जूनियर मासूम का गला रेत देता है, हायतौबा मचती है। आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचाकर वकीलों और अदालतों के भरोसे सौंपकर समाज खामोश हो जाता है। हैदराबाद में एक किशोर दसवीं क्लास के अपने सहपाठी को मामूली विवाद में चाकू मार देता है। तीसरी घटना लखनऊ के एक स्कूल में घटी है जहां आठवीं की छात्रा ने स्कूल के पहली में पढ़ने वाले मासूम को चाकू से मरणासन्न कर दिया। सिर्फ इसलिये ताकि जल्दी छुट्टी हो। एक किशोरी मामूली वजह हेतु किसी मासूम को बाथरूम में ले जाकर पेट और सीने पर किसी धारदार हथियार से वार करे या फिर अब यमुनानगर के एक निजी स्कूल में 12वीं में पढ़ने वाला एक छात्र स्कूल से निष्कासित किए जाने से इतना नाराज और क्रूर हो जाता है कि वह अपनी प्रिंसिपल को ही गोली से मार देता है। स्कूलों में बढ़ रही हिंसा की ये डरावनी, खौफनाक, बर्बरतापूर्ण एवं क्रूर घटनाएं साफ चेतावनी है कि हम किस समाज में जी रहे हैं? हम कैसा समाज निर्मित कर रहे हैं? कैसे संस्कार हम अपने बच्चों को दे रहे हैं? कैसी हिंसक एवं क्रूर सोच पनप रही है? शिक्षा के मन्दिर जहां अहिंसा का पाठ पढ़ाया जाता है किस तरह हिंसा के केन्द्र बनते जा रहे हैं। भारत के शिक्षा के केन्द्र अपने हाथों अपनी भाग्यलिपि में कौन-से रंग भर रहे हंै, इसे आज पढ़ना और समझना न केवल अभिभावकों, स्कूलों के लिये बल्कि सरकार के लिये भी जरूरी हो गया है।

संघ के नेता श्री कृष्ण गोपाल ने कहा, रोजगार खत्म होने का कारण नई वैज्ञानक खोजें

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान’ का नारा दिया था। मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैज्ञानिकों को इनोवेशन के लिए प्रोत्‍साहित कर रहे हैं। ऐसे में आरएसएस के एक प्रभावशाली नेता ने रोजगार के अवसर खत्‍म होने के लिए वैज्ञानिकों की नई खोज को जिम्‍मेदार ठहराया है। आरएसएस के सह सर कार्यवाह डॉक्‍टर कृष्ण गोपाल ने कहा कि नए प्रयोगों से पूंजी का केंद्रीकरण हो गया है। विश्व की साढ़े तीन अरब से ज्‍यादा की आबादी के बराबर की संपत्ति मात्र आठ लोगों के पास है। भारतीय संस्कृति पर उन्होंने कहा कि विश्व के जानेमाने अर्थशास्त्रियों ने लिखा है कि मौजूदा हालात से बचना है तो भारत का दर्शन और विचार को जानें। कृष्ण गोपाल ने कहा कि भारत देश की शक्ति अध्यात्म है। पश्चिमी सभ्यता और संस्‍कृति को अपनाने के मुद्दे पर उन्‍होंने कहा क‍ि यह गति पकड़ेगी, लेकिन जितनी जरूरत हो उतना ही इससे लिया जाना चाहिए। उनके अनुसार, आज पूरी दुनिया भारतीय संस्‍कृति की ओर उम्‍मीद से देख रही है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के कैलेंडर पर छा जाने वाली गीता कौन है

हिमाचल की रहने वाली गीता वर्मा को दुनिया के सबसे शक्तिशाली संगठन ने अपनी कैलेंडर गर्ल बनाया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के साल 2018 के कैलेंडर में जगह देकर इस संस्था ने भारत की गीता का सम्मान किया है।

न्यू यॉर्क बैटरी डांस ट्रूप ने दिखाई मुंबई में शक्ति

मुंबई । भारतीय संस्कृति के इन दिनों जलवे हैं. न्यू यॉर्क के मशहूर डांस ट्रूप बैटरी डांस ने अपने अखिल भारतीय टूर के दौरान मुंबई में परसों अपने अद्भुत समकालीन नृत्यों से नृत्य प्रेमियों का दिल जीत लिया। खास बात यह रही कि उनकी रचनाओं में से प्रमुख 'शक्ति' पंडित राजन साजन मिश्र द्वारा तैयार संगीत संकल्पना पर आधारित थी.

यू ट्यूब पर 40 लाख व्यू के साथ छा गई ‘आइ लव अस’- खूबसूरत लव स्टोरी

दीपक पांडे द्वारा निर्देशित 'इ लव अस', जिससे लोगों ने इतना पसंद किया है की इस लव स्टोरी ने 40 लाख व्यूज पार कर लिया है। यह एक भावुक प्रेम कहानी है, श्रेया और अनन्या की , इसमें मुख्य किरदार अली मर्चेंट, अश्मिता जग्गी और हर्षा चोपड़ा ने निभाया है.

‘हिंदोस्तां हमारा’ के जरिए झलकेगा देश के लिए जज्बा..

नई दिल्ली। देश का दर्द, देश की खुशी, देश का जज्बा देश की खूबसूरती, देश के बहुत सारे रंगों को लेकर राजधानी दिल्ली में 'हिंदोस्तां हमारा' नाम का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 20 जनवरी को दिल्ली के आईटीओ स्थित राजेंद्र भवन में आयोजित किया जाएगा।
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