Saturday, May 4, 2024
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Monthly Archives: April, 2018

मनमोहन वैद्य ने कहा, नई पीढ़ी में अच्छे पाठक हैं

आगरा। मीडिया समाज का अंग है। समाज, मीडिया के लिए ग्राहक नहीं है। हम समाज को क्या दे रहे हैं। देश के निर्माण में हमारा क्या योगदान है। यह विचार, यह विमर्श और स्वयं का मूल्यांकन मीडिया को करना चाहिए। यह कहना है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाहक मनमोहन वैद्य का। एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी में भी अच्छे पाठक हैं। इसलिए समाज को अच्छी बातों को बताना चाहिए। आगरा के खंदारी में स्थित आरबीएस के मैनेजमेंट एवं टेक्निकल कैंपस में एक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। संगोष्ठी की अध्यक्षता डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्व विश्व विद्यालय के कुलपति डॉ. अरविंद दीक्षित ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में समा

सरकारी वकील की एक लाईन भारी पड़ी सलमान की जमानत पर

शुक्रवार को जोधपुर के सत्र न्यायालय (सेशंस कोर्ट) में हुई डेढ़ घंटे की सुनवाई के बाद अदालत ने शनिवार को फैसला सुनाने का निर्णय लिया है। इसका मतलब यह है कि शुक्रवार की रात भी सलमान खान को जोधपुर सेंट्रल जेल में ही काटनी होगी। कोर्टरूम में जमानत की सुनवाई कर रहे न्यायाधीश ने कहा कि शनिवार सुबह 10:30 बजे अदालत अपना फैसला सुनाएगी।

मोबाईल पत्रकारिता से नए रास्ते खुलेंगेः अखिलेश शर्मा

मोबाइल जर्नलिज्म यानी मोजो डिजिटल पत्रकारिता में सफलता की नई सीढ़ियां चढ़ने का माध्यम है। तकनीक ने पत्रकारिता को नए मुकाम पर पहुंचा दिया है। खबरों की रफ्तार तेज होने के साथ ही यह सुगम, सरल और सस्ते ढंग से पाठकों और दर्शकों तक मोजो के माध्यम से पहुंच रही हैं।’ एक कार्यक्रम के दौरान यह बातें एनडीटीवी इंडिया के पॉलिटिकल एडिटर अखिलेश शर्मा ने कहीं।

छत्तीसगढ़ के के सभी सरकारी अस्पतालों में गरीबों को मिलेगी पैथोलॉजी और एक्सरे की निःशुल्क सुविधा

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में गरीबों को निःशुल्क पैथोलॉजी और एक्सरे की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल बीजापुर जिले के ग्राम जांगला से ‘भारत आयुष्मान योजना’ का राष्ट्रीय स्तर पर शुभारंभ करेंगे। यह 600 की आबादी वाला एक छोटा सा गांव है। इस योजना में देश के 10 करोड़ गरीब परिवारों को 5 लाख रूपये तक के निःशुल्क इलाज की सुविधा मिलेगी। प्रधानमंत्री का यह कदम गरीबों, वनवासियों, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्गों के प्रति उनकी संवेदनशीलता का परिचायक है। मुख्यमंत्री आज राजधानी रायपुर के सरोना स्थित एक निजी अस्पताल श्रीसंकल्प हॉस्पिटल के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे।

मेक इऩ इंडिया से घरेलू कंपनियों को हुआ 50 अरब का फायदा

सरकारी खरीद में मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने की सरकार की पहल से भारतीय कंपनियों को 50 अरब रुपये से अधिक का फायदा हुआ है। खरीद की शर्तों में बदलाव से घरेलू कंपनियों को रेलवे, गेल इंडिया और ऑयल ऐंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन सहित कई अन्य सरकारी महकमों से ऑर्डर मिले हैं। इस नीति का फायदा उठाने वाली कंपनियों में जिंदल स्टील ऐंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) भी शामिल है जिसे पहले पटरियों की खरीद प्रक्रिया से अलग रखा गया था। लेकिन नई नीति के तहत उसे पटरियों की आपूर्ति के लिए जारी निविदा में 20 फीसदी ऑर्डर मिलने की संभावना है। यह निविदा कुल 3,000 करोड़ रुपये की हो सकती है जिसमें से 600 करोड़ रुपये का ऑर्डर जेएसपीएल को मिल सकता है।

हिंदू राजनीतिः धोखा या नौसिखियापन?

शिव सेना या तेलुगु देशम, आदि भाजपा पर ‘धोखे’ का आरोप लगा रहे हैं। जबकि कांग्रेस ने ‘ड्रामेबाजी’ का आरोप लगाया है। कुछ लोगों के अनुसार अगले चुनाव में भाजपा के विरुद्ध मुख्य नारा होगा ‘धोखा’। हालाँकि ‘ड्रामेबाजी’ पर अधिक सहमति संभव है। भाजपा समर्थकों में भी एक वर्ग नाटक की आदत वाली बात मानने लगा है। इसलिए सही लग ने के कारण ‘ड्रामेबाजी’ का आरोप ज्यादा घातक है। इस में नेतृत्व की अच्छी नीयत, परिश्रम, कर्मठता, ईमानदारी, आदि की स्वीकृति है - फिर भी निराशा है। इसलिए, जैसा मुकदमे में होता है, यदि छोटा आरोप भी साबित हो जाए, तो सजा निश्चित मिलती है।

1857 की क्रांति को जन-जन तक इन साहित्यकारों ने पहुँचाया

1857 में प्रथम स्वाधीनता संग्राम की विफलता के कारण कुछ भी रहे हों, लेकिन अंग्रेज शासक उस क्रांति से बौखला उठे थे। इस बौखलाहट का ही नतीजा था कि उन्होंने देशवासियों पर इतने जुल्म ढाए कि हिंदी साहित्य और पत्रकारिता के क्षेत्र में लगभग एक दशक तक सन्नाटा छाया रहा। एक पुस्तक जो अंग्रेज सरकार की ओर से प्रकाशित हुई है, उसमें 1857 के स्वाधीनता संग्राम की बाबत दर्ज है, ‘सड़कों के चौरस्तों और बाजारों में जो लाशें टंगी हुई थीं, उनको उतारने में सूर्योदय से सूर्यास्त तक मुर्दे ढोने वाली आठ-आठ गाड़ियां तीन-तीन महीने तक लगी रहीं और इस प्रकार एक स्थान पर छह हजार मनुष्यों को झटपट खत्म करके परलोक भेज दिया गया। बूढ़े आदमियों ने हमें कोई नुकसान नहीं पहुंचाया था, असहाय स्त्रियों से जिनकी गोद में दूध पीते बच्चे थे, हमने उसी तरह बदला लिया जिस तरह से बुरे से बुरे आदमियों से।’

सिनेमाहॉल में पानी और पॉपकार्न के नाम पर लूट बंद होगी

मल्टीप्लेक्सों के भीतर खाने- पीने की चीजों की कीमतें बहुत ज्यादा होने का जिक्र करते हुए बंबई उच्च न्यायालय ने बुधवार (4 अप्रैल) को राय जाहिर की कि इन्हें सामान्य कीमतों पर बेचा जाना चाहिए।महाराष्ट्र सरकार ने न्यायालय को बताया कि वह जल्द ही इस मुद्दे पर एक नीति बनाएगी। न्यायमूर्ति एस एम केमकर और न्यायमूर्ति एम एस कार्णिक की खंडपीठ मुंबई निवासी जैनेंद्र बक्षी ओर से दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी।

मीराबाई सानू ने कॉमन वेल्थ खेलों में पहला स्वर्ण पदक जीता

नई दिल्ली । वर्ल्ड चैंपियन मीराबाई चानू ने 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को पहला गोल्ड मेडल जितवाया है। चानू ने महिलाओं के 48किलोग्राम में भारत को पदक जितवाया। भारवर्ग में स्नैच में (80kg, 84kg, 86kg) का भार उठाया। वहीं क्लीन ऐंड जर्क के पहले प्रयास में उन्होंने 103 किलोग्राम भार उठाया और दूसरे प्रयास में 107 किलोग्राम का भार उठाया और तीसरे प्रयास में 110 किलोग्राम भार उठाया।

माखनलाल चतुर्वेदीः ऐसा कवि जिसने मुख्यमंत्री पद ठुकरा दिया था

आज 4 अप्रैल को वरिष्ठ हिंदी कवि, लेखक और पत्रकार माखनलाल चतुर्वेदी की जयंती है. उनको एक भारतीय आत्मा भी कहा जाता है। स्व. मानखनलाल चतुर्वेदी ने शिक्षण और लेखन जारी रखने के लिए मुख्यमंत्री के पद को ठुकरा दिया था. उन्होंने कहा था कि एक साहित्यकार का मुख्यमंत्री बनना उसकी पदावनति होगी. उनका जन्म 4 अप्रैल, 1889 को मध्य प्रदेश के बावई में हुआ था. राधावल्लभ संप्रदाय से आने के कारण इन्हें वैष्णव पद कंठस्थ थे. प्राथमिक शिक्षा के बाद ये घर पर ही संस्कृत का अध्ययन करने लगे. 15 वर्ष की अवस्था में इनका विवाह हो गया. इनके पिता का नाम नन्दलाल चतुर्वेदी था जो गाँव के प्राइमरी स्कूल में अध्यापक थे। प्राइमरी शिक्षा के बाद घर पर ही इन्होंने संस्कृत ,बंगला ,अंग्रेजी ,गुजरती आदि भाषाओँ का ज्ञान प्राप्त किया।
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