Monthly Archives: December, 2018
सुधीर चौधरी ने सिध्दू के पाकिस्तान ज़िंदाबाद की पोल खोली
यह पहला मौका नहीं है जब जी न्यूज को निशाना बनाने की कोशिश की गई है. इसी तरह एक अभियान तब भी चलाया गया था जब 2016 में दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्याल में भारत विरोधी नारे लगाए गए थे.
जनता स्टोरः 90 के दशक की राजनीति का दस्तावेज
के स्थायी चित्र बन गए हैं, वह सब इस उपन्यास में भी है और उसे इतने प्रामाणिक ढंग से चित्रित किया गया है कि $खुद ही हम यह सोचने पर बाध्य हो जाते हैं कि अस्मिताओं की पहचान और विचार के विकेन्द्रीकरण को हम
बेटी के बिदा के कलमकार का अलविदा कहना हृदय विदारक घटना है – डॉ. चन्द्रकुमार जैन
मुक्तिबोध स्मारक की स्थापना और त्रिधारा कार्यक्रम की उन्होंने मुक्त कंठ से सराहना करते हुए उसे सदी की महान उपलब्धि निरूपित किया था ।
‘जश्न-ए-रेख्ता 2018’ में होगी उर्दू रामलीला, मोरारी बापू करेंगे शुभारंभ
‘ऐवान-ए-जायका’ में खाने के शौकीन लोग ठेठ अवधी, मुगलई, हैदराबादी, अफगान, बिहारी, कश्मीरी मिजाज के लजीज खानों और पुरानी दिल्ली के मशहूर स्ट्रीट फूड का जायका ले सकेंगे. रेख्ता फाउंडेशन के संस्थापक संजीव सराफ ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि किसी समाज के
20 साल बाद भी टीवी न्यूज सिर्फ 10% पर ही है, ये वाकई निराशाजनक है: सुधीर चौधरी
खराब बात नहीं है कि पहला न्यूज चैनल शुरू होने के 20 साल से ज्यादा समय बाद भी इस जॉनर में टीवी की व्युअरशिप 10 प्रतिशत से भी
मेरे माता पिता मेरे गुरु हैं :-सिद्धांत भोसले
,सचिन जिगर ,शमीर टंडन, हरिहरन ,सुनिधि चौहान इत्यादि। ज़ी टीवी म्यूजिक कम्पनी ने सिद्धांत का गाना भी जारी किया है।
इन अव्यावहारिक मांगों से कृषि समस्या का निदान नहीं
अवधेश कुमार - 0
राजधानी दिल्ली में किसान आंदोलन के नाम पर किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले जितनी संख्या में लोग जुटे, जिस तरह का प्रदर्शन...
जयपुर साहित्य महोत्सव 24 से 28 जनवरी तक
पांच दिवसीय उत्सव 24 जनवरी से जयपुर के दिग्गी पैलेस में शुरू होगा. साहित्य उत्सव में दुनिया भर के लेखक, विचारक, मा
माय होम इंडिया द्वारा मणिपुर के अरिबमजी का सम्मान
अरिबम शर्मा ने अपने विचार अंग्रेजी में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि माय होम इंडिया के प्रति आभार प्रकट करता हूं। राष्ट्र कल्याण के कार्य में मणिपुर कल्चरल इंटिग्रेशन कॉन्फरन्स ने युवाओं के जीवन में असाधारण
पूज्य भाईश्री रमेश भाई ओझा के संकल्प से शिक्षा का तीर्थ बना सापुतारा
और सबसे बड़ी बात ये है कि पूज्य भाईश्री के सांदिपनी ट्रस्ट द्वारा गुजरात के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित किए जा रहे इन शिक्षा संस्थानों की के सुव्यवस्थित संचालन की जिम्मेदारी अहमदाबाद में